यूपी में पकड़ा गया 'सात उचक्कों' को गैंग, निशाने पर होते थे भोले-भाले लोग
उत्तर प्रदेश पुलिस ने भोले-भाले लोगों को ठगने वाले सात धोखेबाजों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह सस्ते दामों पर सामान बेचने का लालच देकर लोगों से पैसे ठगता था। पुलिस को इस गिरोह के बारे में कई शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद कार्रवाई की गई। पुलिस गिरोह के सदस्यों से पूछताछ कर रही है और आगे की जांच जारी है।

जागरण संवाददाता, कुशीनगर। कसया पुलिस व स्वाट की संयुक्त टीम ने अंतरजनपदीय टप्पेबाजी गिरोह का पर्दाफाश कर सात शातिरों को गिरफ्तार किया। इनके पास से सोने, चांदी के आभूषण तथा एक लाख 90 हजार से अधिक नकदी बरामद हुई है। पकड़े गए शातिरों ने पडरौना कोतवाली व कसया क्षेत्र में चार घटनाओं को अंजाम दिया था।
एसपी केशव कुमार ने पुलिस लाइन सभागार में रविवार को बताया कि जिले के कसया व पडरौना कोतवाली क्षेत्र में टप्पेबाजी की घटनाएं सामने आने के बाद इस गिरोह के पर्दाफाश के लिए थानों की पुलिस के अलावा स्वाट टीम को भी लगाया गया। छानबीन में अंतरजनपदीय इस गिरोह की भूमिका सामने आई।
गिरोह के सदस्यों को चिन्हित कर इनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें संभावित जगहों पर छापेमारी कर रहीं थी। आज कसया-देवरिया मार्ग पर बनवारी टोला के समीप इनका लोकेशन मिलने पर गिरोह के सात सदस्यों को दबोच लिया गया।
इनकी पहचान आकाश डोम निवासी मेहरापुरवा चौराहा, विक्रम डोम निवासी परशुराम चौराहा सीसी रोड, करन डोम, दीपक व पवन निवासी जमुना सदन चमटोली, अमरेश डोम निवासी ब्लाक नंबर नौ कांशीराम आवास थाना सभी का कोतवाली जिला देवरिया व अतीश डोम निवासी छोटी बेवरी थाना गोला जिला गोरखपुर के रूप में हुई, इनकी निशानदेही पर सोने, चांदी के आभूषण, एक लाख 92 हजार पांच सौ रुपये बरामद हुए।
एसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों का आपराधिक इतिहास है। इनके विरुद्ध कसया, पडरौना कोतवाली, देवरिया के सलेमपुर, गोरखपुर के गोला व एम्स थाने में मुकदमा पंजीकृत है।
टीम में स्वाट टीम प्रभारी आशुतोष सिंह, थानाध्यक्ष कसया अभिनव मिश्र, दारोगा रुद्रप्रताप सिंह, गौरव कुमार श्रीवास्तव, ब्रह्म कुमार उपाध्याय, वरुणेश कुमार उपाध्याय, दीपक प्रधान, हेकां.कमलेश यादव,रणजीत, वीरेंद्र कुमार, कां.उमाशंकर यादव,अमित यादव,महेंद्र कुमार,मो.इमरान खान,बृजेश कुशवाहा,ऋषि पटेल शामिल रहे।
गिरोह ने सात घटनाओं को दिया था अंजाम
टप्पेबाजों के इस गिराेह ने कुशीनगर, देवरिया व गोरखपुर में कुल सात घटनाओं को अंजाम दिया था। एसपी ने बताया कि गिरोह भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे बस, रेलवे स्टेशन, मेला बाजार आदि में महिलाओं तथा बुजुर्ग व्यक्तियों को निशाना बनाता था। ऐसे लोगों को झांसा देकर गिरोह केे सदस्य आभूषण नकदी आदि छीन कर फरार हो जाते थे।

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