UP Crime: संस्कृत स्कूल के 11 साल के छात्र की गला दबाकर हत्या, शव को हॉस्टल की सीढ़ी से लटकाया
हाटा के एक आवासीय संस्कृत विद्यालय में 11 वर्षीय छात्र कृष्णा की गला दबाकर हत्या कर दी गई। उसके शव को छात्रावास की सीढ़ी से लटका दिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला टूटने की पुष्टि हुई है। परिजनों ने विद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।कृष्णा देवरिया के रामपुर गांव का रहने वाला था और दो वर्ष से विद्यालय में पढ़ रहा था।

जागरण संवाददाता, हाटा। आवासीय संस्कृत विद्यालय के प्रथमा के छात्र की गला दबाकर हत्या कर शव को छात्रावास की लोहे की सीढ़ी से धोती के फंदे के सहारे लटकाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। स्वजन ने विद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस इसकी जांच पड़ताल कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्र के गले की हड्डी टूटी पाई गई है।
देवरिया के महुआडीह थाने के रामपुर दुबे गांव के धनंजय दुबे का 11 वर्षीय पुत्र कृष्णा हाटा नगर स्थित आवासीय संस्कृत विद्या प्रबोधिनी पाठशाला में प्रथमा प्रथम वर्ष, कक्षा छह में पढ़ता था। राेज की भांति गुरुवार की रात भोजन के पश्चात अध्ययन कर वह छात्रावास में सोने गया। उसी कमरे में रहने वाले प्रिंस तिवारी, मयंक मिश्र, विशाल पांडेय व निखिल पांडेय के अनुसार उमस होने के कारण वे कक्ष में न सोकर परिसर में सो गए।
ब्रह्म मुहूर्त में होने वाले स्नान, पूजा आदि के लिए सुबह साढ़े तीन बजे जगे और बिस्तर रखने कमरे में गए तो कृष्णा को छात्रावास में लगी सीढ़ी से धोती के सहारे लटका देखे। सूचना परिसर में ही निवास करने वाले पूर्व प्रधानाचार्य प्रभुनाथ पांडेय को दी। आनन-फानन भाग कर आए। शव को नीचे उतरवाया। स्वजन व पुलिस को इसकी सूचना दी। विद्यालय पहुंचे स्वजन शव देख चीख पड़े।
विद्यालय प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे। पुलिस ने पूछताछ कर आवश्यक कार्रवाई पूरी की। शव पर कोई चोट आदि नहीं था। देर शाम मिली पोस्टमार्टम में बालक की गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के अनुसार गले की हड्डी टूटी हुई है। सीओ कुंदन कुमार सिंह ने बताया कि स्वजन की ओर से अभी तहरीर नहीं दी गई है। मिलने पर मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की जाएगी।
परिवार का दुलारा था कृष्णा, संस्कृत भाषा में थी रूचि
कृष्णा दो भाइयों में छोटा व परिवार का दुलारा था। शुरू से ही संस्कृत भाषा में उसकी रूचि थी। यही कारण है कि नागरिक पुलिस में उप निरीक्षक पद पर कार्यरत व वाराणसी में तैनात दादा ने दो वर्ष पूर्व उसका नामांकन घर से नजदीक स्थित इस विद्यालय में करा दिया। पिता धनंजय हैदराबाद में नौकरी करते हैं। मृत्यु की खबर पाकर दादा व पिता घर के लिए चल दिए हैं।
मजबूत हाथों से दबाया गया है गला
हत्या बेरहमी से की गई है। गला दबाने वाले हाथ इतने सख्त थे कि कृष्णा के गले की हड्डी टूट गई है। वहीं जिस फंदे से शव लटका पाया गया, वह फंदा भी सामान्य नहीं था। पुलिस सूत्रों के अनुसार फंदे में पड़ी गांठ काफी मजबूत थी, जो हर कोई नहीं बांध सकता। इससे साफ है घटना में शातिर शामिल हैं।
सोने के कुछ ही समय बाद दिया गया घटना को अंजाम
कृष्णा की हत्या सोने के कुछ समय बाद ही कर दी गई। प्रारंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि रात के लगभग नौ बजे भोजन करने के बाद कुछ समय तक वह अध्ययन किया फिर छात्रावास के कमरे में वह सोने चला गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इसका उल्लेख है कि भोजन के एक से डेढ़ घंटे के भीतर ही उसकी सांसें थम गईं थीं।
किससे और क्या थी अदावत
कृष्णा की हत्या किए जाने की पुष्टि होने के बाद अब हर कोई यह जानना चाह रहा कि 11 वर्षीय बालक से आखिर किससे और किस बात को लेकर अदावत थी, जिसने इतनी बेरहमी से उसे मार डाला। कृष्णा का व्यवहार सरल व आकर्षक था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।