खुला बुद्ध मंदिर, पाबंदियों के साथ हुई पूजा-अर्चना
लगभग तीन माह की बंदी के बाद सोमवार को अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर स्थित बुद्ध मंदिर रेस्टोरेंट आदि खुल गए। प्रातकाल महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर ...और पढ़ें

कुशीनगर: लगभग तीन माह की बंदी के बाद सोमवार को अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर स्थित बुद्ध मंदिर, रेस्टोरेंट आदि खुल गए। प्रात:काल महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर में बौद्ध भिक्षुओं ने भगवान बुद्ध की पूजा के साथ वैश्विक महामारी कोरोना की समाप्ति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान भिक्षुओं ने सरकार से जारी पाबंदियों का पूरी तरह पालन किया।
मंदिर में प्रवेश करने से पूर्व अपने को सैनिटाइज किया। मॉस्क पहनकर अंदर गए। पूजा के दौरान फिजिकल डिस्टेंसिग का भी ख्याल रखा। वैसे मंदिर में दर्शन-पूजन करने वालों की संख्या कम ही रही। यहां के बौद्ध बिहार में रहनेवाले थाइलैंड के दो, कंबोडिया के एक व स्थानीय 80 सहित कुल 83 श्रद्धालुओं ने दर्शन किया। बाहरी पर्यटक नहीं पहुंचे। इक्का-दुक्का स्थानीय लोग ही मंदिर में दर्शन करने आए। माथा कुंवर बुद्ध मंदिर और रामाभार स्तूप भी पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। कोरोना से बचने के लिए शासन से जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। कोरोना के चलते 17 मार्च से ही बुद्ध मंदिर व रेस्टोरेंट बंद चल रहे थे। होटल पथिक निवास में प्रथम गेस्ट गोपालगंज के लक्ष्मी सिन्हा व रश्मि प्रकाश के साथ विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी का प्रबंधक राजेश मणि त्रिपाठी ने स्वागत किया।
कुशीनगर भिक्षु संघ के अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर, संयुक्त सचिव डॉ. भिक्षु नंद रतन, भिक्षु महेंद्र, भंते अशोक आदि ने भारत सरकार के निर्णय की सराहना की। भंते आलोक, भंते तेजेंद्र, भंते नंदिया, अनुपम पाठक, बाबू चकमा, राजन कुमार दूबे, विजय शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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