पडरौना की एक लाख की आबादी पर सिर्फ एक पार्क
कुशीनगर में टहलने के लिए नहर की पटरी रेलवे प्लेटफार्म का सहारा बचों को खेलने के लिए शहर में कोई जगह नहीं।

कुशीनगर: पडरौना शहर की आबादी करीब एक लाख है, लेकिन पार्क का टोटा है। आवास विकास कालोनी में कहने के लिए एक छोटा सा पार्क है। टहलने के लिए लोग मुख्य पश्चिमी गंडक नहर की पटरी, यूएनपीजी कालेज के खेल मैदान या रेलवे प्लेटफार्म का सहारा लेते हैं। बच्चों को खेलने के लिए शहर में कोई जगह नहीं है।
शहर की सघन होती आबादी के बीच पार्क की जरूरत अब लोगों को खटक लगी है। मोंटी सलूजा ने बताया कि प्रशासन कभी भी पार्क को लेकर संजीदा नहीं दिखा। कालोनियां बसाते समय ध्यान ही नहीं दिया गया। बासुकी गुप्ता ने बताया कि शहर में पार्क न होने से मजबूरी में लोग यूएनपीजी कालेज के खेल मैदान और रेलवे प्लेटफार्म पर टहलते हैं। मोहन वर्मा ने बताया कि सेहत के लिए भी पार्क का होना जरूरी है। शहर में कोई पार्क ही नहीं है। निरंजन शुक्ल ने बताया कि शहर की आबादी जिस तरह से बढ़ रही है, कुछ दिनों बाद पार्क के लिए जगह ही नहीं बचेगी।
नगर पालिका अध्यक्ष विनय जायसवाल ने कहा कि
नगरपालिका का सीमा विस्तार हो गया है, नगर में शामिल गांवों में पार्क का निर्माण कराया जाएगा। पुरुष व नेत्र चिकित्सालय के बीच खाली भूमि व लक्ष्मीबाई स्कूल के पास पार्क बनाने की योजना बनाई गई है।
कैंप लगाकर बनेगा दुकानदारों का लाइसेंस
तमकुहीराज में खाद्य विभाग द्वारा गुरुवार को सुबह 10 बजे से तहसील सभागार में कैंप लगाकर तमकुहीराज नगर पंचायत क्षेत्र के समस्त किराना, ठेला-खोमचा, मुर्गा-मीट, अंडा आदि के दुकानदारों का लाइसेंस बनेगा। यह जानकारी जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी सचिदानन्द गुप्त ने दी।
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