Kushinagar Flood Update: चेतावनी बिंदु से 25 सेमी ऊपर नारायणी का जलस्तर, प्रशासन ने जारी अलर्ट जारी
नेपाल में वर्षा के कारण नारायणी नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर पहुँच गया है जिससे दियारा क्षेत्र में चिंता बढ़ गई है। वाल्मीकिनगर बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। बाढ़ खंड विभाग के अनुसार बांध और ठोकरों को कोई खतरा नहीं है और अधिकारी स्थिति पर नजर रख रहे हैं।

जागरण संवाददाता, खड्डा। नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र में वर्षा रुक जाने से नारायणी नदी का जलस्तर पिछले एक सप्ताह में चेतावनी बिंदु के आसपास चल रहा था। इधर दो-तीन दिनों में जनपद के अलावा नेपाल में भी वर्षा शुरू हो गई है। इससे नारायणी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव होने लगा है।
शनिवार की शाम छह बजे वाल्मीकिनगर बैराज से 63200 क्यूसेक डिस्चार्ज किए जाने से नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु 95 मीटर से 25 सेमी ऊपर पहुंच गया। इससे छितौनी बांध के आसपास और दियारा के लोगों की चिंता बढ़ने लगी है। हालांकि बाढ़ खंड के अधिकारियों का कहना है कि नदी का जलस्तर घटने-बढ़ने से बांध व ठोकरों को अभी कोई खतरा नहीं है।
दियारा के राजेश सिंह, मकसूद अंसारी, आनंद कुशवाहा, मनोहर साहनी, राजनेति चौहान, राजकिशोर आदि ने कहा कि पिछले कई दिनों से नेपाल के पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में वर्षा का असर नारायणी के जलस्तर पर दिख रहा है।
वाल्मीकिनगर बैराज से डिस्चार्ज कभी कम, कभी अधिक किया जा रहा है। इससे नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर चल रहा है। नेपाल के पानी ने नदी का रुख परिवर्तित कर दिया है। वाल्मीकिनगर बैराज से शनिवार की सुबह चार बजे डिस्चार्ज 59600 क्यूसेक रहा।
छह बजे से 10 बजे तक 61400 क्यूसेक, दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक 65000 क्यूसेक, शाम छह बजे 63200 क्यूसेक दर्ज किया गया। शाम चार बजे भैंसहा गेज पर जलस्तर चेतावनी बिंदु से 25 सेमी ऊपर 95.25 मीटर पर रहा।
बाढ़ खंड विभाग के एसडीओ मनोरंजन कुमार ने बताया कि नदी का जलस्तर घटने-बढ़ने से बांध व ठोकरों को कोई खतरा नहीं है। विभाग के अधिकारी व कर्मचारी डिस्चार्ज पर नजर रख रहे हैं।
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