भय के साये में बीती रात, गांव में पुलिस का पहरा
घटना को लेकर गांव में पुलिस व पीएसी के जवान मुस्तैद हैं। आरोपित के व्यवहार से परिचित ग्रामीण इस बात को लेकर आशंकित हैं कि जब तक वह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ जाता किसी पर भी छिप कर हमला कर सकता है।

कुशीनगर: दंपती की नृशंस हत्या के बाद तरयासुजान के गांव परसौनी बुजुर्ग के टोला सियरहां में भय का वातावरण है। लोग अनहोनी की आशंका से घिरे हुए हैं। जरूरत पर ही लोग कहीं आ-जा रहे हैं। लोगों को इस माहौल से उबारने को लेकर पुलिस-प्रशासन सतर्क है। घटना को लेकर गांव में पुलिस व पीएसी के जवान मुस्तैद हैं। आरोपित के व्यवहार से परिचित ग्रामीण इस बात को लेकर आशंकित हैं कि जब तक वह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ जाता किसी पर भी छिप कर हमला कर सकता है। ऐसे में हत्यारोपित पर कानून का शिकंजा कसने के बाद ही लोग भय के साये से उबर पाएंगे। बुधन व उनकी पत्नी की हत्या के बाद फरार रमाशंकर ने इन लोगों को भी अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है। इसकी पुष्टि खुद बुधन की बेटी सावित्री ने भी की है। बुधवार को गांव में सन्नाटा रहा। सोमवार की आधी रात को गांव के बुधन व उनकी पत्नी सनकेशिया को धारदार हथियार से गांव के रमाशंकर ने गले पर प्रहार कर हत्या कर दी थी। हमले में बेटी सावित्री किसी तरह अपनी जान बचा कर भागी।
हत्यारोपित के दरवाजे पर शव रख प्रदर्शन
पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की रात को बुधन व उनकी पत्नी सनकेशिया का शव गांव पहुंचते ही स्वजन व ग्रामीण आक्रोशित हो गए। स्वजन हत्या में नामजद आरोपित छठी देवी के दरवाजे पर शवों को रख प्रदर्शन करने लगे। इस बात की खबर मिलते ही प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया। एसडीएम एआर फारूकी, सीओ फूलचंद कन्नौजिया बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंच गए। आक्रोशित लोग आश्रितों को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा तथा आवासीय पट्टा दिलाए जाने की मांग करने लगे। एसडीएम के काफी समझाने के बाद आक्रोशित माने। सुबह गांव के बाहर झरही नदी किनारे शव का अंतिम संस्कार हुआ। बड़े बेटे भीम ने मुखाग्नि दी।
62 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर आरोपित
डबल मर्डर के 62 घंटे बाद भी हत्यारोपित पुलिस की पकड़ से दूर है। घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने हत्यारोपित की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित होने की जानकारी दे बताया था कि जल्द ही आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होगा।
बुधवार को गांव परसौनी के टोला सियरहा जा रहे सपा नेता मधुर श्याम राय, जाकिर अली को पुलिस ने गांव के बाहर ही रोक लिया। पुलिस अधिकारियों ने धारा 144 लागू होने का हवाला दे वापस लौट जाने की अपील की। बाद में उन्हें हिरासत में ले तमकुहीराज पुलिस चौकी ले जाया गया। इसकी जानकारी होते ही बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता चौकी पर पहुंच धरना शुरू कर दिए। बाद में पुलिस ने दोनों को रिहा कर दिया।

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