Tiger Attack: कुशीनगर में बाघ के हमले से किशोरी घायल, दो ने भाग कर जान बचाई
कुशीनगर के मरिचहवा गांव में बाघ ने चारा काटने गई तीन किशोरियों में से एक पर हमला कर दिया। बाघ उसे गन्ने के खेत में घसीट ले गया और गंभीर रूप से घायल कर दिया। अन्य किशोरियों के शोर मचाने पर ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर दौड़े जिसके बाद बाघ जंगल में भाग गया। घायल किशोरी का अस्पताल में इलाज चल रहा है और वन विभाग निगरानी कर रहा है।

जागरण संवाददाता, खड्डा। नारायणी नदी के उस पार दियारा में स्थित मरिचहवा गांव के सरेह में शुक्रवार की शाम चारा काटने गईं तीन किशोरियों पर अचानक बाघ ने हमला कर दिया। उनमें से एक को घसीटते हुए गन्ने के खेत में ले गया और सिर व जंघा पर पंजा मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
साथ रहीं दोनों किशोरियां जान बचाकर भागते हुए शोर मचाने लगीं। शोर सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर दौड़ पड़े। लोगों को आते देख किशोरी को छोड़कर बाघ जंगल की ओर भाग गया। घटना के बाद दियारा के लोग दहशत में हैं।
ग्रामीणों का कहना था कि पड़ोसी जनपद महराजगंज के सोहगीबरवा वन अभ्यारण्य के जंगल से भटककर अक्सर तेंदुआ एवं बाघ रिहायशी इलाके में आ जाते हैं। बसहीं गांव के गोबरी मुसहर की 14 वर्षीय पुत्री रमिता अपनी सहेली शैली व सविता के साथ शाम चार बजे चारा लेने के लिए मरिचहवा गांव के सरेह में गई थी।
जंगल से निकले बाघ ने पीछे से रमिता पर हमला कर दिया। उसे घसीटते हुए लगभग 10 मीटर दूर रामदरश के गन्ने के खेत में ले गया। पंजे से वार कर सिर एवं जांघ का मांस उधेड़ दिया। किशोरी चिल्लाने पर खेत देखने गए रमई ने तेज स्वर में हल्ला मचाया। तब तक ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर पहुंच गए तो बाघ भाग गया।
घायल किशोरी को निजी वाहन से अस्पताल ले जाया गया, वहां उसका उपचार चल रहा है। शनिवार को रेंजर अमृता चंद मौके पर पहुंची। उन्होंने बताया कि लोगों को जंगल की ओर जाने से मना किया गया है। वनकर्मियों की टीम निगरानी कर रही है।
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