गोरखपुर खजनी थाने के गांव कटघर के रहने वाले 42 वर्षीय रामनारायण यादव कसया सिंचाई विभाग में वरिष्ठ लिपिक के पद पर 2009 से कार्यरत थे। वह परिसर में ही मिले सरकारी आवास में रहते थे। पत्नी व बच्चे गांव पर रहते थे। पुलिस के अनुसार पत्नी संगीता ने बताया है कि पति ने मुझे वीडियो काल किया और कहा कि मैं अब इस दुनिया से विदा हो रहा हूं।
जागरण संवाददाता, कसया। उपनगर की गंडक कालोनी में सिंचाई विभाग में कार्यरत वरिष्ठ लिपिक द्वारा फंदा लगाकर आत्महत्या करने का मामला शुक्रवार को सामने आया। सरकारी आवास के कमरे में पंखे के फंदे से लटका उनका शव मिला। सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें मृत्यु की जिम्मेदारी लेते हुए परिवार के किसी अन्य को परेशान न करने की बात लिखी गई है।
पत्नी ने पुलिस को बताया कि घटना से पूर्व सुबह साढ़े आज बजे वीडियो काल कर बोले कि अब हो रहा विदा। पुलिस मृत्यु का कारण पारिवारिक कलह मान रही है, लेकिन घटना से सच्चाई का पर्दा पोस्टमार्टम रिपोर्ट व जांच के बाद ही हट पाएगा। तभी यह बात साफ हो सकेगी कि ऐसा क्या पारिवारिक कलह था कि आत्महत्या करने की स्थिति बन गई। स्वजन से पूछताछ भी की जा रही है।
लिपिक के पद पर 2009 से कार्यरत थे रामनारायण
गोरखपुर खजनी थाने के गांव कटघर के रहने वाले 42 वर्षीय रामनारायण यादव कसया सिंचाई विभाग में वरिष्ठ लिपिक के पद पर 2009 से कार्यरत थे। वह परिसर में ही मिले सरकारी आवास में रहते थे। पत्नी व बच्चे गांव पर रहते थे। पुलिस के अनुसार पत्नी संगीता ने बताया है कि पति ने मुझे वीडियो काल किया और कहा कि मैं अब इस दुनिया से विदा हो रहा हूं।
तुम बच्चों और परिवार की देखभाल करना।
यह कहकर फोन काट दिए। इसके बाद लगातार फोन की, कोई जवाब नहीं मिला तो अपने भाई शैलेश के साथ सुबह लगभग 10.30 बजे आवास पर पहुंची तो कमरे का दरवाजा सटा था। खोलने पर छत में लगे पंखे में रस्सी के फंदे से लटका पति का शव मिला।
पत्नी चिल्लाने लगी। मौके पर भीड़ जुट गई। कुछ ही देर में हाईवे चौकी प्रभारी बबलू कुमार सोनकर पहुंच गए। प्रभारी निरीक्षक गिरिजेश उपाध्याय ने बताया कि प्रथमदृष्टया मृत्यु का कारण पारिवारिक कलह ही सामने आ रहा है। मामले में अन्य आवश्यक कार्रवाई भी की जा रही है।