तिलक ने सबसे पहले उठाई थी संविधान की मांग: डा. अमित
बाबू विष्णु प्रताप ¨सह स्मारक महाविद्यालय में सोमवार को एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रवक्ता डा. अमित कुमार उपाध्याय ने संविधान निर्माण सभा एवं भारतीय संविधान पर अपना ²ष्टिकोण और विचार व्यक्त किया।
कुशीनगर: बाबू विष्णु प्रताप ¨सह स्मारक महाविद्यालय में सोमवार को एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रवक्ता डा. अमित कुमार उपाध्याय ने संविधान निर्माण सभा एवं भारतीय संविधान पर अपना ²ष्टिकोण और विचार व्यक्त किया। कहा कि संविधान निर्माण की सर्वप्रथम मांग बालगंगाधर तिलक द्वारा वर्ष 1895 में स्वराज्य के माध्यम से की गई थी। वर्ष 1916 में होम रूल आंदोलन चलाया गया, 1922 में महात्मा गांधी ने संविधान सभा और संविधान निर्माण की मांग उठाई। कहा कि वर्ष 1928 में नेहरू रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, इसमें भारतीय संविधान जो ब्रिटिश भारत का पहला लिखित संविधान था प्रस्तुत किया गया। जिसे आधार बना मार्च 1946 में ब्रिटिश हुकूमत ने कैबिनेट मिशन भारत भेजा। जिसकी सिफारिश पर संविधान सभा गठित की गई। गोरखपुर विश्व विद्यालय के भूगोल विभाग के प्रोफेसर नरेंद्र कुमार राणा ने आपदा प्रबंधन पर चर्चा करते हुए वाराणसी फ्लाई ओवर हादसा पर प्रकाश डाला। कहा कि ऐसे अवसरों पर कई तरह की कठिनाइयां अचानक सामने आती हैं। आपदा से निपटने के लिए संयम व धैर्य की जरूरत पड़ती है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रबंधक अनिल ¨सह, प्राचार्य शक्ति ¨सह, डा. संजीव ¨सह, डा. संजय ¨सह, मनोज पांडेय आदि उपस्थित रहे।
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