यूपी के इस जिले में बढ़ रहा डेंगू का प्रकोप, 24 घंटे में सामने आए छह केस
उत्तर प्रदेश के एक जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है, जिसके चलते पिछले 24 घंटों में छह नए मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने मच्छरों से बचाव के उपायों पर जोर दिया है, क्योंकि एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में यह बीमारी फैल सकती है। रोगियों को केवल डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लेने की सलाह दी गई है।

मेडिकल कालेज में है आठ बेड का वार्ड, बिहार के रोगी भी करा रहे उपचार
जागरण संवाददाता, पडरौना। जलजनित रोगों से बचाव के लिए चलाए जा रहे विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के प्रति जागरूकता के बावजूद डेंगू के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटे में जिला संयुक्त चिकित्सालय से संबद्ध राजकीय मेडिकल कालेज के आठ बेड के वार्ड में डेंगू के छह रोगी भर्ती किए गए हैं।
इनमें बलकुड़िया की आसमा खातून, रामकोला की बादामी देवी, कप्तानगंज के रामकिशुन, सुकरौली की नीतू देवी व बिहार के पश्चिमी चंपारण के धनहां के सेमरहिया की लवली व रोमा शामिल हैं। बीते सितंबर में 68 रोगी डेंगू के मिले, इनमें से तीन रेफर किए गए थे, दो बिना बताए अस्पताल से चले गए थे।
अक्टूबर में अब तक 22 रोगी मिले हैं, इनमें बीते हफ्ते निर्मला देवी, विमला देवी, सत्येंद्र शर्मा समेत पांच लोगों को गंभीर हालत में गोरखपुर मेडिकल कालेज भेज दिया गया था। विभाग के अनुसार पिछले वर्ष सितंबर में यह संख्या 45 रही, तो अक्टूबर में 13 केस डेंगू के सामने आए थे। इसी के साथ कालेज प्रबंधन ने दो अतिरिक्त चिकित्सकों व छह स्टाफ नर्स की तैनाती की है।
एक साथ रोगियों की संख्या बढ़ने से सीएमओ ने 15 सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को सतर्क करते हुए उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है। साथ ही चार-चार बेड के आरक्षित वार्ड में रोगियों को भर्ती करने का निर्देश देते हुए एक चिकित्सक की अनिवार्य रूप से ड्यूटी लगाने को कहा है। चिकित्सक लोगों को बचाव के उपाय में घर के आसपास जलभराव न होने व मच्छरदानी के प्रयोग पर जोर दे रहे हैं।
रात में बुलाने पर भी नहीं आते चिकित्सक
भर्ती रोगियों के स्वजन ने बताया कि उपचार के नाम खानापूर्ति की जा रही है। रोमा की मां विद्यावती ने बताया कि रात में बुखार तेज होने पर कई बार चिकित्सक को बुलाया गया, लेकिन कोई नहीं आया, जहां केवल पट्टी करने के लिए कहा गया। चिकित्सक राउंड पर नहीं आते हैं। संतोष कुमार ने कहा कि दवा के नाम पर केवल बुखार की दवा दी जा रही है। वह भी कई बार कहने के बाद। रात में कोई सुनने वाला नहीं है।
डेंगू वार्ड में भर्ती रोगियों के उपचार के लिए चिकित्सकों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। जरूरी दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। इसमें लापरवाही मिलने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
-डा.दिलीप कुमार, सीएमएस, जिला संयुक्त चिकित्सालय
रोगी चिकित्सक की सलाह पर ही दवा का सेवन करें। यह ध्यान रखें कि यदि घर में एक भी व्यक्ति प्रभावित है तो मच्छर के काटने से दूसरे लोग भी चपेट में आ सकते हैं। इसलिए बचाव करना जरूरी है।
-डा.चंद्रप्रकाश, सीएमओ, कुशीनगर
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