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    महिला कक्ष निरीक्षकों की कमी से चे¨कग में हुई परेशानी

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 07 Feb 2018 11:07 AM (IST)

    कुशीनगर: माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा पहली ...और पढ़ें

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    महिला कक्ष निरीक्षकों की कमी से चे¨कग में हुई परेशानी

    कुशीनगर: माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा पहली बार कई कारणों से अलग दिखी। सीसीटीवी की निगरानी में पहली बार परीक्षा में शामिल हुए बच्चों को काफी देर तक असहज होना पड़ा। बेदूपार स्थित एक परीक्षा केंद्र पर परीक्षाथियों को कक्ष में दाखिल होने के पहले जूता बाहर निकलवा दिया गया। ठंड के कारण बच्?चों को तमाम तरह की दिक्?कतें भी हुई। सीसीटीवी कैमरे की निगरानी व कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परीक्षा समय पर शुरू हुई। जनता इंटर कालेज हाटा में सुबह 155 परीक्षाíथयों में 18 ने परीक्षा छोड़ दी। वहीं इंटर ¨हदी के पांच परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। गांधी स्मारक इंटर कालेज में मंगलवार की सुबह हाईस्कूल के 880 परीक्षाíथयों में 16 ने परीक्षा छोड़ दी। वहीं इंटर के 230 परीक्षाíथयों में 5 अनुपस्थित रहे। सुकरौली बाजार स्थित नेहरू इंटर कालेज केंद्र पर सुबह की पाली में हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में पंजीकृत 577 में 540 परीक्षाíथयों ने परीक्षा दी। यहां 37 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे। मथौली बाजार स्थित श्रीमती राधिका देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सुबह की पाली में हाईस्कूल में 378 में 31 ने परीक्षा छोड़ दी। द्वितीय पाली में इंटर के 319 परीक्षाíथयों में 27 ने परीक्षा छोड़ी। बोदरवार स्थित पंचायत इंटर कालेज में गृह विज्ञान की परीक्षा में 249 में 235 छात्राओं ने ही परीक्षा दी।

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    महिला कक्ष निरीक्षकों का रहा अभाव

    हाटा: तहसील क्षेत्र के खोट्ठा बाजार स्थित चंद्रशेखर आजाद इंटर कालेज परीक्षा केंद्र पर महिला कक्ष निरीक्षकों की भारी कमी दिखी। मंगलवार की सुबह गृह विज्ञान की परीक्षा के कारण छात्राओं की संख्या अधिक थी। परंतु केंद्र पर एक भी महिला कक्ष निरीक्षक न होने से केंद्र व्यवस्थापक को परीक्षा कराने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। केंद्र व्यवस्थापक धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों के 15 अध्यापक व 15 अध्यापिकाओं की ड्यूटी के लिए डिमांड भेजी गई थी। बावजूद इसके एक भी महिला कक्ष निरीक्षक नहीं पहुंच सकीं। सिर्फ एक पुरूष कक्ष निरीक्षक उपलब्ध कराए गए। यही हाल तहसील क्षेत्र के अधिकतर परीक्षा केंद्रों पर देखने को मिला। कक्ष निरीक्षकों की कमी के कारण बालिकाओं के कमरे में सिर्फ पुरूष कक्ष निरीक्षक ही ड्यूटी पर लगाए गये थे। साथ ही अधिकांश कमरों में एक ही कक्ष निरीक्षक के भरोसे परीक्षा संपन्न हुई।