सतत सावधानी आपदा प्रबंधन का बेहतर उपाय
कुशीनगर: अग्निशमन दल के अधिकारी राधेश्याम ¨सह ने कहा कि भूकंप, सुनामी, अकाल, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपद
कुशीनगर: अग्निशमन दल के अधिकारी राधेश्याम ¨सह ने कहा कि भूकंप, सुनामी, अकाल, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं को टाला नहीं जा सकता। अपितु इन स्थितियों से बचने व निपटने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम जरूरी है। सर्वाधिक जरूरी निगरानी व सतत सावधानी बेहतर उपाय है। मानवीयकृत आपदाओं पर नियंत्रण पाया जा सकता है। यह सोमवार को गीता इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में बच्चों को आपदा प्रबंधन के उपाय सुझा रहे थे। इस दौरान आग पर काबू पाने के विविध तरीकों को प्रदर्शित करके भी बताया। विद्यालय के कर्मचारियों, शिक्षकों, बच्चों को प्रशिक्षित करते हुए कहा कि घरों में आग लगने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे गैस सिलेंडर से फैलने वाली आग, बिजली के शार्ट सर्किट से लगने वाली आग आदि। सभी से बचाव के अलग-अलग उपाय हैं। बचाव के लिए सुरक्षा के सामान्य नियमों की जानकारी सभी को होनी चाहिए। कहा कि आग लगने के चार कारण हो सकते हैं। ठोस ईधन से लगने वाली आग, तरल ईधन से लगने वाली आग, गैस ईधन से लगने वाली आग तथा धातु ईधन से लगने वाली आग प्रमुख है। इस दौरान आग लगाकर इसको बुझाने के लिए सीओटू गैस एक्टीग्यूसर तथा एक अन्य गैस एक्टीग्यूसर का उपयोग कर जलते हुए आग पर काबू पाया गया। आग से बचाव के विभिन्न तरीकों को बताया। प्रधानाचार्य राकेश यादव ने आपदा प्रबंधन के लिए जरूरी नियमों की जानकारी दी तथा आग से खेलने तथा बिजली के उपकरणों से छेड़छाड़ न करने की सलाह दी। विद्यालय के प्रबंध निदेशक ओपी गुप्ता ने अग्निशमन दल के अफसरों व सदस्यों का स्वागत किया तथा शिक्षकों से आपदा प्रबंधन के लिए बच्चों को जागरूक करने का आह्वान किया। इस दौरान को-आर्डिनेटर डा. संजय श्रीवास्तव, ¨बदू ¨सह, हरेराम ¨सह, डीपी ¨सह, जेपी कांडू, अवनीश यादव, रविशंकर मिश्रा, यूबी पांडेय, स्नेहलता जायसवाल, नेहा श्रीवास्तव, मनोज कुमार चौहान, चालक, परिचारक आदि मौजूद रहे।
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