1363 महिलाओं को नहीं मिला जननी सुरक्षा योजना का लाभ
कुशीनगर में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही खुल कर सामने आने लगी है जनन सुरक्षा योजना का लाभ पाने के लिए महिलाएं दो साल से चक्कर लगा रही हैं उन्होंने विभा ...और पढ़ें

कुशीनगर : दो वर्ष में खड्डा ब्लाक क्षेत्र की 1363 महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को प्रसव के बाद 1400 और शहरी क्षेत्र की महिलाओं को एक हजार रुपये सरकार की ओर से दिया जाता है। जिम्मेदारों की लापरवाही से वित्तीय वर्ष 2020-21 में 491 और 2021-22 में 872 महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिला है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) तहत मातृ-शिशु की मृत्यु दर कम करने को लेकर गरीब महिलाओं को दी जाने वाली आर्थिक मदद की स्थिति खड्डा ब्लाक में सबसे खराब है। दो वर्ष में यहां की पात्र महिलाओं को धनराशि नहीं मिली है। इसके लिए स्वजन पीएचसी का चक्कर लगा रहे हैं। केंद्र सरकार ने वर्ष 2005 में जननी सुरक्षा योजना शुरू की थी। पात्र महिलाओं को लाभ के लिए आधारकार्ड, बैंक पासबुक की छाया प्रति आइएफसी कोड व आरसीएच कोड के साथ फार्म में संलग्न कर पीएचसी में जमा करना होता है। एक पखवारे में उनके खाते में धनराशि चली जाती है। सभी औपचारिकता पूरी होने के बाद खड्डा ब्लाक कर 1363 महिलाओं को लाभ नहीं मिल सका है। बोधीछपरा की बसंती देवी ने बताया कि एक वर्ष पहले आवेदन की थी, अब तक भुगतान नहीं मिला है। खैरी गांव की सुनीता देवी, बिजली देवी, रेश्मा देवी ने बताया कि आशा के माध्यम से फार्म जमा किया गया था। कार्यक्रम अधिकारी सत्येंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि आरसीएच व आइएफसी कोड के अभाव में पैसा नहीं भेजा जा सका है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. संतोष गुप्ता ने कहा कि इतनी महिलाओं का भुगतान क्यों नहीं हुआ, इसकी जांच कराई जाएगी। शीघ्र भुगतान दिलवाने का प्रयास किया जाएगा।

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