नवरात्र के बाद वायरल बुखार फैला, कौशांबी मेडिकल कालेज में मरीजों की भीड़, छोटे बच्चों और बुजुर्गाें का विशेष ख्याल रखें
कौशांबी जिले में नवरात्र के बाद वायरल बुखार तेजी से फैल रहा है। अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। बुखार सर्दी और जुकाम के लक्षणों के साथ बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं। लोगों को साफ-सफाई रखने भीड़ से बचने और बुखार होने पर तुरंत डाक्टर से सलाह लेने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। नवरात्र के समापन के बाद जिले में वायरल बुखार ने जोर पकड़ लिया है। बदलते मौसम के चलते वायरल संक्रमण ने लोगों को चपेट में लेना शुरू कर दिया है। मेडिकल कालेज की ओपीडी में मरीजों की भीड़ लग रही है।
बुखार, सर्दी, जुकाम और खांसी की शिकायतों के साथ लोग बड़ी संख्या में इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। सबसे अधिक प्रभावित बच्चे और बुजुर्ग हो रहे हैं। ऐसे में चिकित्सक भी सतर्क हो गए हैं। उन्होंने लोगों को कुछ एहतियात बरतने की सलाह दी है।
नवरात्र में भागदौड़ और त्योहार की तैयारियों में स्वास्थ के प्रति लापरवाही अब भारी पड़ रही है। वहीं, दिन और रात के तापमान में तेजी से आ रहा बदलाव भी संक्रमण को बढ़ावा दे रहा है। अस्पताल प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त इंतजाम शुरू कर दिए हैं।
मेडिकल कालेज में जहां पहले ओपीडी में प्रतिदिन 1,000 से 1,200 मरीज पहुंचते थे, वहीं यह संख्या 1,500 से 2,000 तक पहुंच रही है। शुक्रवार की दोपहर 12 बजे तक लगभग 1,000 मरीज ओपीडी में पर्चा लेकर चिकित्सक कक्ष तक पहुंच चुके थे।
अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की भीड़ इजाफा देखते हुए विशेष इंतजाम कर दिए है। ओपीडी में अतिरिक्त डाक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही वार्ड में अतिरिक्त बेड भी लगाए गए हैं। दवाओं की आपूर्ति बढ़ाई दी गई है और इमरजेंसी में भी अतिरिक्त स्टाफ को तैनात किया गया है।
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. हरिओम व सीएमएस ड सुनील कुमार शुक्ला ने बताया कि वायरल संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सभी विभागों को अलर्ट किया गया है। साथ ही सभी की सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
चिकित्सक डा. वैभव केसरवानी ने बताया कि वायरल बुखार से बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। लोगों को बिना जरूरत के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने, मास्क पहनने और हाथों की सफाई जरूरी है। बुखार होने पर खुद से दवा न लें, डाक्टर की सलाह लेना जरूरी है। बताया की वायरल संक्रमण का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों और बुजुर्गों पर देखा जा रहा है। बच्चों में लगातार बुखार, उल्टी-दस्त और कमजोरी की शिकायतें आ रही हैं।
डाक्टरों ने अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को पर्याप्त आराम दें, उन्हें उबला हुआ पानी और हल्का भोजन दें। बुजुर्गों में श्वसन संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं, जिससे उन्हें अस्पताल में भर्ती तक कराना पड़ रहा है।
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