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    UP News: 9वीं के छात्र ने की खुदकुशी... खबर सुन बहन ने भी चाकू से काट ली गर्दन; परिवार में मातम

    By Jagran NewsEdited By: Sakshi Gupta
    Updated: Tue, 04 Mar 2025 06:15 PM (IST)

    कौशांबी जिले के संदीपनघाट क्षेत्र में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। स्कूल जाने को लेकर हुए विवाद के बाद एक 15 वर्षीय छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से आहत उसकी 18 वर्षीय बड़ी बहन ने भी चाकू से अपनी गर्दन काटकर जान देने की कोशिश की। गंभीर हालत में उसे प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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    भाई की मौत की खबर सुन बहन ने चाकू से काट ली गर्दन। (तस्वीर जागरण)

    जागरण संवाददाता, कौशांबी। स्कूल नहीं जाने को लेकर बड़ी बहन की डांट से नाराज कक्षा नौ के छात्र ने घर से कुछ दूरी पर जाकर साड़ी का फंदा बनाया और खुदकुशी कर ली। इकलौते भाई की जान देने की खबर से आहत बहन ने अपराध बोध में चाकू से अपनी गर्दन काट ली।

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    घटना देख स्वजन सन्न रह गए। आनन-फानन में किशोरी को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल ले जाया, जहां चिकित्सकों ने उसकी हालत नाजुक देख प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया है। घटना से स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

    इकलौते लड़के ने लगाई फांसी

    कुरई गांव निवासी रामदेव मेहनत मजदूरी करके स्वजन का भरण पोषण करते हैं। उनका इकलौता बेटा 15 वर्षीय नितिन लाड-प्यार में बिगड़ गया था। नितिन काजीपुर स्थित एक स्कूल में नौवीं का छात्र था। नितिन के स्कूल नहीं जाने को लेकर अक्सर उसका बड़ी बहन से विवाद हुआ करता था।

    मंगलवार की सुबह रामदेव मजदूरी करने के लिए चला गया था। घर पर पत्नी बच्चों के साथ थी। इसी दौरान बेटा नितिन कुमार स्कूल नहीं जाने की जिद कर रहा था। इस पर उसकी 18 वर्षीय बड़ी बहन ने डांट-फटकार दिया। इसके बाद गुस्से में नितिन यूनिफॉर्म व स्कूल बैग लेकर कॉलेज के लिए निकल गया।

    स्कूल जाने को लेकर बड़ी बहन ने भाई को डांटा था

    थोड़ी देर बाद मलाक मोहिउद्दीनपुर गांव के समीप स्थित डिग्री कॉलेज के पीछे निर्माणाधीन मकान में नितिन का शव फंदे से लटका मिला। नितिन ने अपनी मां की साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगाया था। घटना देख स्थानीय लोगों ने नितिन के स्वजन को खबर दी। स्वजन रोते-बिलखते घटनास्थल की तरफ भागे।

    इस दौरान नितिन की बड़ी बहन घर पर अकेली थी। कुछ देर बाद पड़ोसियों ने देखा तो घर का दरवाजा खुला था। आशंकावश वह लोग रामदेव के घर पर पहुंचे तो नितिन की बड़ी बहन खून से लथपथ पड़ी थी। गले में चाकू से गहरे जख्म का निशान था। पास में खून से सना चाकू भी पड़ा था।

    युवती को प्रयागराज किया गया रेफर

    इसकी जानकारी जब नितिन के शव के पास रहे स्वजन को मिली तो वह तत्काल मौके पर पहुंचे। युवती की सांसें चल रही थीं। आनन-फानन उसे इलाज के लिए स्थानीय निजी अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक इलाज के बाद युवती की हालत नाजुक देख प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया है। अस्पताल में युवती की हालत नाजुक बनीं हुई है।

    संदीपनघाट के थानाध्यक्ष विजेंद्र सिंह ने बताया कि स्कूल नहीं जाने को लेकर छात्र व उसकी बड़ी बहन के बीच कुछ विवाद हुआ था। इसके बाद छात्र स्कूल जाने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद उसने फंदे से लटक कर जान दे दी। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। स्वजन की तरफ मामले में कोई तहरीर नहीं दी है।

    घर से जान लेने का फैसला करके निकला था नितिन

    नितिन के फंदे से झूलकर जान देने व बेटी के आत्मघाती उठाने से रामदेव व उनकी पत्नी सूरजकली की हालत बदहवाश सरीखे हो गई थी। एक तरफ इकलौते चिराग को खोने का गम, वहीं दूसरी तरफ बेटी की हालत की हालत दंपती को उधेड़बुन में डाले थी।

    वह बेटे के शव को पोस्टमार्टम हाउस से अंतिम संस्कार के लिए लें या फिर प्रयागराज के अस्पताल में भर्ती बेटी की तीमारदारी करें...? कुछ समझ नहीं आ रहा था। पड़ोसी व रिश्तेदार दिलासा देने की नाकाम कोशिश करते रहे।

    पांच बहनों के बाद पैदा हुआ था नितिन

    कुरई गांव निवासी रामदेव मजदूरी करते है। पांच बेटी के बाद भी उन्हें बेटे का सुख नहीं मिला। इसके लिए दंपती ने तमाम पूजा-पाठ किया। देव स्थानों पर माथा टेका। तंत्र-मंत्र भी कराया। इसके बाद जाकर उनकी मन्नत पूरी हुई। बड़ा परिवार होने के कारण घर का खर्च चलाना मुश्किल था। इसके बाद भी उन्होंने इकलौते बेटे का प्राइवेट स्कूल में दाखिला कराया।

    बहनें भी अपनी भूख मारकर भाई की हर इच्छा का ख्याल रखती थीं। नितिन इसी लाड-प्यार में बिगड़ गया। इन दिनों वह न जाने क्यों स्कूल जाने से दूरी बनाने लगा। इसे लेकर बड़ी बहन से उसे डांट पड़ना कोई नई बात नहीं थी। मंगलवार को भी नितिन जब स्कूल नहीं जा रहा था तो बहन ने उसे डांटा। इसके बाद नितिन गुस्से में तो था लेकिन वह इतना बड़ा फैसला ले लेगा? इसका किसी को एहसास तक नहीं था।

    स्कूल में ही छिपाई मां की साड़ी

    नितिन ने स्कूल बैग रखा, यूनिफॉर्म पहना व लंच लेकर साइकिल से स्कूल जाने की बात कहकर निकल गया। इस दौरान उसने कब अपनी मां की साड़ी बैग में रख ली, इसे किसी ने नहीं देखा। ग्रामीणों के बीच चर्चा रही कि नितिन की मौत का शायद जिम्मेदार उसकी बड़ी बहन ने खुद को मान लिया था। शायद इसी वजह से उसने जान देने के लिए सब्जी काटने वाले चाकू से अपनी गर्दन पर वार कर लिया।

    एसओ विजेंद्र सिंह का कहना है कि छात्र के शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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