राजकीय नलकूप खराब, ¨सचाई हुई महंगी
चायल : फसलों की ¨सचाई के लिए चायल क्षेत्र में लगाए गए दर्जनों नलकूप फेल हो गए हैं।
चायल : फसलों की ¨सचाई के लिए चायल क्षेत्र में लगाए गए दर्जनों नलकूप फेल हो गए हैं। इससे फसल की ¨सचाई प्रभावित हो रही है। बिगड़े हुए नलकूपों को सुधारने की मांग किसानों ने ¨सचाई नलकूप के अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों से की थी। इसके बाद भी नलकूप नहीं बनवाए गए। सरकारी नलकूप खराब होने से किसानों को फसल की ¨सचाई निजी नलकूपों से 100 रुपये प्रतिघंटा के हिसाब से करनी पड़ रही है।
चायल क्षेत्र के बसुहार ग्राम पंचायत में पांच राजकीय नलकूप लगाए हैं। इसमें दो नलकूप खराब पड़े हैं। ध्वस्त नलकूपों का रीबोर कराने के लिए किसानों ने कई बार ¨सचाई विभाग से शिकायत की है। इसके बाद भी नलकूप का रीबोर नहीं हो सका। इसमें अलावा अधिकांश नलकूप की नालियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इससे किसानों को फसलों की ¨सचाई करने में परेशानी होती है। गौरा व गो¨वदपुर गांव में लगे राजकीय नलकूप की मोटर दो महीने पहले से फुंकी हैं। इसकी शिकायत कई बार किसानों ने अधिकारियों व संपूर्ण समाधान दिवस में की थी। इसके बाद भी मोटर को नहीं सुधरवाया। रामपुर के किसान रामजस यादव ने बताया कि दस बीघे में रबी की फसल उगा रही है। सरकारी नलकूप बंद होने की वजह से निजी नलकूपों से 100 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से फसल की ¨सचाई करनी पड़ती है। इससे लागत बढ़ रही है। शिकायत के बाद भी नलकूपों को नहीं बनाया गया। इसकी वजह से किसानों में नाराजगी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।