शरीर की मजबूती के लिए करें वज्रासन
स्वस्थ शरीर रखने के व्यायाम आवश्यक होता है। योगक्रिया से जहां शरीर स्वस्थ होता है वहीं निरोग भी रहता है। वज्रासन योग भी एक ऐसी क्रिया है जिसके करने से शरीर स्वस्थ एवं मजबूत रहता है।

संसू, टेढ़ीमोड़ : स्वस्थ शरीर रखने के व्यायाम आवश्यक होता है। योगक्रिया से जहां शरीर स्वस्थ होता है, वहीं निरोग भी रहता है। वज्रासन योग भी एक ऐसी क्रिया है जिसके करने से शरीर स्वस्थ एवं मजबूत रहता है।
विधि : वज्र का अर्थ कठोर, मजबूत व प्रबल होता है। शरीर में रक्त प्रवाह दुरुस्त करने और पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए वज्रासन एक उत्तम आसन बताया गया है। प्रतिदिन वज्रासन करने से पैर और घुटने मजबूत बनते हैं। वज्रासन करने से कमर के निचले हिस्से से पैर तक के सारे स्नायुओं को बल मिलता है। साथ ही अधिक मात्रा में भोजन करने के बाद होने वाली बेचैनी वज्रासन करने से दूर हो जाती है। आइए मिलते हैं योग के माध्यम से स्वयं को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने वाले योग एक्सपर्ट रीतिका मिश्रा से जो बता रहे हैं योग के अनुपम लाभ के विषय में। वज्रासन के फायदे : शरीर को सुडौल बनाए रखता है और वजन कम करने में मददगार हैं। रीढ़ की हड्डी मजबूत होती हैं और मन की चंचलता को दूर कर एकाग्रता बढ़ाता हैं। अपचन, गैस, कब्ज इत्यादि विकारों को दूर करता हैं और पाचन शक्ति बढ़ाता हैं। यह प्रजनन प्रणाली को सशक्त बनाता हैं। सायटिका से पीड़ित व्यक्तिओ में लाभकर हैं। इस आसन को नियमित करने से घुटनो में दर्द, गठिया होने से बचा जा सकता हैं। पैरों के मांसपेशियों से जुडी समस्याओं में यह आसन मददगार हैं। इस आसान में धीरे-धीरे लम्बी गहरी सांस लेने से फेफड़े मजबूत होते हैं। सावधानी : वज्रासन करने वाले व्यक्ति को यह आसन हड़बड़ी में नहीं करना चाहिए। टखने, घुटने, या एड़ियों पर किसी भी तरह का ऑपरेशन कराया हो, उन्हें यह आसन बिलकुल नहीं करना चाहिए। हड्डियों में कंपन की बीमारी वाले व्यक्ति को यह आसन नहीं करना चाहिए।
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