Nautapa 2025: सावधान! 9 दिन पड़ेगी भीषण गर्मी और चलेगी लू, बचने के लिए करें ये उपाय
सूर्य 25 मई 2025 को रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे जिससे नौतपा की शुरुआत होगी। इन नौ दिनों में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। इस दौरान दान-पुण्य का विशेष महत्व है। गर्मी से बचने के लिए ढीले कपड़े पहनें और तरल पदार्थों का सेवन करें। नौतपा में सूर्य की पूजा करना शुभ माना जाता है।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। नौतपा रविवार (25 मई) से शुरू हो रहा है। अगले नौ दिन बहुत ज्यादा गर्मी और लू चलने की संभावना है। यह समय सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ शुरू होता है। इस दौरान गर्मी अपने चरम पर होती है। लिहाजा, आमजन को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान मौसम आम जनजीवन को प्रभावित करने वाला होगा। हर साल ज्येष्ठ माह में नौ दिन ऐसे होते हैं, जिसमें भीषण गमी पड़ती है।
ज्येष्ठ मौसम सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही ग्रीष्म ऋतु के अत्यंत गर्म दिनों का प्रारंभ हो जाता है, जिनको नौतपा नाम से भी जाना जाता है। इन नौ दिनों में भीषण गर्मी पड़ती है। शास्त्रों के अनुसार, यह नौ दिन दान पूर्ण के रूप में विशेष महत्व रखते हैं।
नौतपा के दौरान किए गए दान पूर्ण से पूर्वजों की आत्मा तृप्त होती है। नौतपा एक विशेष अवधि है, जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है, जो आमतौर पर मई के अंत या जून की शुरुआत में होता है। इस दौरान सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती हैं, जिससे तापमान बहुत बढ़ जाता है और लू चलने की संभावना भी बढ़ जाती है। नौतपा को ज्योतिष और धार्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। नौतपा के नौ दिन में तेज गर्मी पड़ती है तो यह अच्छी बारिश का संकेत होता है।
बढ़ती गर्मी का क्या है ज्योतिषीय महत्व
ज्योतिषियों के मुताबिक जब ज्येष्ठ मास में ग्रहों के राजा सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तब गर्मी का तापमान अधिक बढ़ जाता है। दरअसल, इस नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा है और जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आते हैं, तो चंद्रमा की शीतला कम हो जाती हैं। इसलिए इस नौ दिनों की अवधि में भीषड़ गर्मी पड़ती है। वहीं ज्योतिष में इसे नौतपा कहा जाता है।
कब शुरू होगा नौतपा
पंचांग के मुताबिक 25 मई 2025 को ग्रहों के राजा सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। वह इस दिन सुबह 03 बजकर 27 मिनट पर गोचर करेंगे। सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आठ जून 2025 तक रहने वाले हैं। ऐसे में 25 मई 2025 से नौतपा की शुरुआत होगी।
नौतपा में करें ये काम
नौतपा भगवान सूर्य की पूजा के लिए शुभ अवधि मानी जाती है। इस दौरान आप भगवान सूर्य को जल अर्पित करें और उनके मंत्रों का जप करें। इसके प्रभाव से व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि और नेतृत्व क्षमता बेहतर होती है।
आठ जून को मृगशिरा नक्षत्र में जाएंगे सूर्यदेव
सूर्यदेव आठ जून तक रोहिणी नक्षत्र में ही रहेंगे, लेकिन नौतपा के शुरुआती नौ दिन सबसे ज्यादा असर डालते हैं। सूर्य देव आठ जून के बाद मृगशिरा नक्षत्र में चले जाएंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो वे पृथ्वी के सबसे करीब होते हैं। उनकी किरणें सीधी धरती पर पड़ती हैं, जिससे धरती के तापमान में अत्यधिक वृद्धि होती है।
गर्मी से बचने के उपाय
- ढीले और सूती कपड़े पहनें।
- धूप में कम से कम निकलें, और अगर निकलना पड़े तो छाता और चश्मा जरूर पहनें।
- जरूरतमंदों की मदद करें, धार्मिक कार्यों में भाग लें, और पशु-पक्षियों की सेवा करें।
- तरल पदार्थ जैसे नींबू पानी, नारियल पानी, आम का पन्ना, छाछ आदि का सेवन करें।
- नौतपा के दौरान लू या हीटस्ट्रॉक के मामले भी बढ़ सकते हैं, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए।
- बच्चों और बुजुर्गों को धूप में बाहर न जाने दें।
ज्योतिषाचार्य आचार्य पं संतोष शुक्ल ने कहा कि नौतपा में सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने से चंद्रमा की शीतलता कम हो जाती है। साथ ही इस अवधि में सूर्य धरती के और भी समीप आ जाता है, इसलिए नौ दिन तक भीषण गर्मी होती है। इस बार रोहिणी नक्षत्र में सूर्य का प्रवेश 25 मई से दो जून तक रहेगा।
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