अपराध बोध में पति से लिपटकर फूट-फूट कर रोई मीना, बोली- गलती हो गई..., बेटी को यमुना नदी में फेंक दिया था
कौशांबी में, बेटी अनामिका को यमुना नदी में फेंकने के आरोप में जेल में बंद मीना अपराधबोध से ग्रस्त है। पुलिस ने उसके पति रोशन लाल से उसकी मुलाकात कराई। मीना ने पति से अपनी गलती स्वीकार की और माफी मांगी। उसने पहले अपहरण का झूठा मामला दर्ज कराया था। पुलिस अभी भी अनामिका की तलाश कर रही है, जबकि मीना अपने किए पर पछता रही है।

कौशांबी में बेटी को यमुना में फेंकने वाली अपराधबोध से ग्रसित महिला ने जेल में पति से मांगी माफी।
जागरण संवाददाता, कौशांबी। बेटी अनामिका को यमुना नदीं फेंके जाने के मामले में जेल भेजी गई मीना अपराध बोध में आंसू बहा रही है। नदी से जिंदा या मृत अनामिका के नहीं मिलने के कारण पुलिस ने हकीकत जानने के लिए मंगलवार को मीना की पति रोशन लाल से मुलाकात कराई। मीना ने वही बताया जो पुलिस को पहले ही बयान दे चुकी है। पति से लिपटकर फूट-फूट कर रो पड़ी मीना ने बस इतना ही कहा माफ कर दीजिए गलती हो गई।
सरायअकिल क्षेत्र के चित्ता हर्रायपुर निवासी रोशन लाल दिवाकर महाराष्ट्र के पुणे शहर में रहकर कपड़ों में प्रेस करने का काम करते हैं। गांव में उनकी पत्नी मीना देवी, 12 वर्षीय बेटी अनामिका व छह माह के अयांश के साथ रहती थी। अनामिका की दीमागी हालत ठीक नहीं रहती है।
21 नवंबर को मीना ने पुलिस को तहरीर दिया कि वह बेटा की झाड़फूंक कराने करारी के कंजापर गई थी। घर पर अनामिका अकेली थी। वापस लौटी तो बेटी नदारत मिली। काफी खोजबीन के बाद भी अनामिका का पता नहीं चल सका। पुलिस ने मीना की तहरीर पर अपहरण का केस दर्ज कर छानबीन शुरू की। इस दौरान पुलिस को मीना की बातों पर शक हुआ।
एसपी राजेश कुमार के निर्देश पर सीओ चायल अभिषेक नेे टीम के साथ कंजापर जाकर पूछताछ की तो मालूम चला कि 21 नवंबर को मीना गांव आई ही नहीं थी। तांत्रिक के पड़ोसियों ने भी इस बात को तस्दीक किया। इस पर पुलिस ने सर्विलांस के जरिए मीना की लोकेशन ट्रेस किया तो मालूम चला कि वह महिला घाट की तरफ गई थी।
पुलिस ने रविवार को मीना को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जो सच्चाई बयां कि उससे लोगों का कलेजा कांप गया। मीना ने बताया कि वह बेटी के साथ महिला घाट स्थित यमुना पुल गई थी। वहां बेटी को पुल की रेलिंग में बैठा दिया। मौका मिलते ही उसने अनामिका को धक्का देकर यमुना में फेंक दिया। घर आने के बाद अपहरण का हल्ला मचाया।
मामले में मीना को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। अनामिका की तलाश में यमुना में स्थानीय मछुआरों व गोताखारों को उतारा गया लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। सीओ अभिषेक सिंह ने बताया कि अनामिका का पिता रोशन लाल घर आ गया है। मीना ने वास्तव में बेटी को नदी में फेंका, इसकी हकीकत जानने के लिए उसे जेल में पत्नी से मुलाकात के लिए भेजा गया था।
पति से भी मीना ने यही कहा कि उसने ही बेटी को नदी में फेंका है। वह घटना को याद कर आंसू बहा रही है। पति से कहा कि गलती हो गई.. एक बार माफ कर दीजिए। फिलहाल एसडीआरएफ को पत्र भेजा जा चुका है। बुधवार को टीम आने की उम्मीद है।

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