Kaushambi: अपने लाडलों का ठंड में रखें खास ध्यान, वरना होंगे परेशान; डॉक्टर ने दी ये सलाह
Kaushambi ठंड के इस मौसम में आप भी अपने लाडले का विशेष ख्याल रखिये। जरा सा भी चूक भारी पड़ सकती है। संयुक्त जिला चिकित्सालय के पहले तल पर ही बाल रोग विशेषज्ञ डा. विश्व प्रकाश की ओपीडी है। यहां 20 दिन पहले तक रोजाना 25-30 बीमार बच्चे पहुंचते थे। अब संख्या बढ़कर 50 के आसपास पहुंच गई है।
हिमांशु भट्ट, कौशांबी। ठंड के इस मौसम में आप भी अपने लाडले का विशेष ख्याल रखिये। जरा सा भी चूक भारी पड़ सकती है। जिला अस्पताल का आंकड़ा बता रहा है कि गिरते हुए तापमान से बच्चे सर्वाधिक प्रभावित हो रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में बीमार बच्चों की संख्या बढ़ गई है। परिस्थितियों को देखते हुए चिकित्सक अब सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं।
संयुक्त जिला चिकित्सालय के पहले तल पर ही बाल रोग विशेषज्ञ डा. विश्व प्रकाश की ओपीडी है। यहां 20 दिन पहले तक रोजाना 25-30 बीमार बच्चे पहुंचते थे। अब संख्या बढ़कर 50 के आसपास पहुंच गई है। कुछ दिनों में तो इससे भी ज्यादा बच्चे पहुंचते हैं। अधिकांश बच्चे सर्दी, जुकाम, बुखार व जकड़न की समस्या से पीड़ित होते हैं।
सर्दी की दस्तक से सक्रिय हुआ वायरल
चिकित्सकों का कहना है कि सर्दी की दस्तक से वातावरण में मौजूद वायरस सक्रिय हो गए हैं। यही बीमारी के कारण बनते हैं। मौजूदा समय बदलते मौसम का सबसे बड़ा असर बच्चों की सेहत पर पड़ रहा है। इसकी एक अहम वजह यह भी है कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की अपेक्षा काफी कम होती है। ऊपर से जरा भी चूकने पर बच्चे कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम आदि का सेवन कर लेते हैं। जबकि, यह खतरनाक है।
शादी-विवाह में सुपाच्य भोजन ही दें
चिकित्सकों का कहना है कि इन दिनों शहालग का दौर चल रहा है। महिलाएं कार्यक्रमों में जाती हैं तो फिर बच्चों को घर पर नहीं छोड़ा जा सकता। बच्चों को यदि साथ लेकर जाना है तो ध्यान रहे कि वह जंक फूड का सेवन नहीं करें। सीमित मात्रा में सुपाच्य भोजन ही खिलाएं। संभव है कि पीने के लिए गुनगुना पानी साथ लेकर जाएं। खाने में सलाद की अधिकता रखें।
बरतें यह सावधानी
- -सर्दी में बच्चों को घरों के बाहर निकालने से बचाएं
- -बाहर की चीजें खाने से भी बच्चों को बचाएं, घर में बना खाना ही दें
- -शादी विवाह में आइसक्रीम आदि बच्चों को न खाने दें
- -बहुत छोटे बच्चों को सोते वक्त ढेर सारे कपड़े नहीं पहनाएं
- -बच्चों को हल्के गुनगुने पानी से नहलाएं, इसके बाद गरी या नारियल का तेल शरीर पर लगा दें
- -इम्यूनिटी के लिए पौष्टिक और सुपाच्य भोजन ही दें
- -ताजे फल, हरी सब्जी खिलाएं
- -स्कूल गर्म कपड़े पहनाकर ही भेजें
- -पीने को दें गुनगुना पानी
डा. विश्व प्रकाश ने कही ये बात
तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। बच्चों का बढ़ती सर्दी में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सबसे ज्यादा सर्दी, जुकाम, बुखार, जकड़न से पीड़ित बच्चे अस्पताल आ रहे हैं। यहां सभी का बेहतर इलाज किया जा रहा है। दवाओं आदि की उपलब्धता है। -डा. विश्व प्रकाश, बाल रोग विशेषज्ञ
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