सनातन धर्म अपना कर जरीना बनी रीना, साजन संग लिए सात फेरे; सीएम योगी को बताया अपना आदर्श
कौशांबी में बुकिंग पर कार चलाने वाले साजन को प्रतापगढ़ में जरीना से प्यार हो गया। दो साल के इंतजार के बाद जरीना ने साजन को पाने के लिए सनातन धर्म अपना लिया और रीना बन गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना आदर्श मानने वाली रीना का शुद्धिकरण मंझनपुर के दुर्गा मंदिर में हुआ और वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच साजन से विवाह हुआ। s

जागरण संवाददाता, कौशांबी। बुकिंग पर कार चलाने वाला साजन एक दिन सवारी लेकर प्रतापगढ़ क्या पहुंचा, वहां जरीना से नजरें मिलीं, मुलाकात हुई और दिल दे बैठा। फोन तो कभी इंटरनेट मीडिया से संपर्क होता रहा और दो साल के इंतजार के बाद दोनों के प्यार की गाड़ी विवाह की मंजिल तक पहुंच गई। साजन को पाने के लिए जरीना ने सनातन धर्म अपना लिया और जरीना से रीना हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना आदर्श बताने वाली जरीना का शुद्धिकरण गुरुवार को मंझनपुर के दुर्गा मंदिर में हुआ, इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच साजन को अपना पति मान लिया। इस शादी में घराती की भूमिका विहिप के सहमंत्री वेद प्रकाश सत्यार्थी ने निभाई।
मूल रूप से बंगाल निवासी साजन के पिता मंझनपुर स्थित एक सरकारी दफ्तर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। साजन दो वर्ष पहले बुकिंग पर प्रतापगढ़ गया था। वहां उसकी मुलाकात जरीना से हुई। दोनों ने एक-दूसरे का मोबाइल फोन नंबर हासिल कर लिया। इसके बाद बातचीत व इंटरनेट मीडिया के माध्यम से चैटिंग करने लगे। प्यार परवान चढ़ने लगा। दोनों के बीच रिश्ते के बाबत जब जरीना के स्वजन को पता चली तो उन्होंने विरोध किया।
इसे लेकर जरीना ने घर छोड़ने का फैसला लिया। वह मंझनपुर अपने प्रेमी के पास पहुंच गई। यहां साजन के घरवालों ने उसे अपनाने में ना-नुकुर करने के बाद किसी तरह रजामंदी दी। इसके बाद जरीना ने सनातन धर्म अपनाया। विहिप नेता वेद प्रकाश का कहना है कि मंदिर में सनातन धर्म के मुताबिक विवाह संपन्न कराया गया। उन्होंने खुद कन्यादान किया। रीना ने कहा कि वह अपनी स्वेच्छा से सनातन धर्म अपना रही है।
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