तांत्रिक के तार अगवा मासूम दिव्यांशी से तो नहीं!, कौशांबी पुलिस करेगी पूछताछ, प्रयागराज के पीयूष नरबलि मामले में गिरफ्तार है
कौशांबी में अगवा दिव्यांशी मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस अब नरबलि के संदेह में तांत्रिक मुन्ना से पूछताछ करेगी जिसे प्रयागराज पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दिव्यांशी 16 जुलाई को लापता हुई थी जिसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया था। प्रयागराज में हुई एक घटना के तार कौशांबी से जुड़ने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। प्रयागराज के सदियापुर में 17 वर्षीय पीयूष उर्फ यश की नरबलि मामले में गिरफ्तार ढोकसहा निवासी तांत्रिक मुन्ना लाल के तार अगवा दिव्यांशी से जोड़े जा रहे हैं। मुन्ना की गिरफ्तारी के बाद कौशांबी थाना पुलिस ने मुन्ना लाल के गांव ढोकसहा जाकर उसके स्वजन से पूछताछ की। पड़ोसियों से भी पूछताछ की गई है। अब पुलिस नैनी सेंट्रल जेल में बंद मुन्ना लाल से पूछताछ की तैयारी में हैं।
कौशांबी में 16 जुलाई से लापता है चार वर्षीय दिव्यांशी
कौशांबी थाना क्षेत्र के हिसामबाद गांव से 16 जुलाई को चार वर्षीय दिव्यांशी संदिग्ध हालत में लापता हो गई थी। दिव्यांशी के पिता मुकेश की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर छानबीन शुरू की। तमाम संदिग्ध मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया गया। नलबलि की आशंका पर सूने घर, खंडहर, देव स्थानों पर छानबीन की गई। गांव के समीप से ही बहने वाली यमुना नदी में दिव्यांशी के डूबने की आशंका पर एसडीएफ की टीम से सर्च आपरेशन चलवाा गया।
काफी हाथ-पांव मारने के बाद ठहर गई थी पुलिस जांच
गड़ा धन निकालने वाले तांत्रिकों द्वारा नरबलि के लिए प्रेरित करने वालों को भी पुलिस ने ट्रेस किया। सारी कवायद जहां से चली थी, वहीं पर आकर ठहर गई। दिव्यांशी का पता नहीं चलने पर स्वजन भी खामोश हो गए।
प्रयागराज नरबलि केस से पुलिस फिर अलर्ट
इस बीच प्रयागराज की एक चर्चित घटना के तार जिले से जुड़ा होने की जानकारी के बाद पुलिस फिर से अलर्ट हो गई। दरअसल प्रयागराज के 17 वर्षीय पीयूष उर्फ यश की नरबलि दिए जाने के लिए कौशांबी थाना क्षेत्र के ढोकसहा गांव निवासी तांत्रिक मुन्ना लाल ने उकसाया था। पुलिस ने मुन्ना लाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
पुलिस ने तांत्रिक के स्वजन से पूछताछ की
इसकी जानकारी होने पर सोमवार सुबह ही कौशांबी कोतवाली के इंस्पेक्टर केके यादव ढोकसहा निवासी मुन्ना लाल के घर पहुंचे। वहां उसकी बीमार पत्नी सरिता देवी मिली। सरिता ने बताया कि एक बेटा चाय की दुकान में काम करता है जबकि दूसरा यहीं रहता है। मुन्ना लाल द्वारा गांव के लोगों ने झाड़फूंक करने की बात तो स्वीकारी गई लेकिन नरबलि जैसी जघन्य घटना को वह अंजाम दिला सकता है, इससे लोग हैरान रहे।
क्या कहते हैं कौशांबी कोतवाली इंस्पेक्टर
इस संबंध में कौशांबी कोतवाली इंस्पेक्टर केके यादव का कहना है कि मुन्ना के पड़ोस में रहने वाले पूर्व जिला पंचायत सदस्य हीरालाल से भी पूछताछ की गई। कुछ इनपुट मिले हैं। इस आधार पर जेल में बंद मुन्ना लाल से पूछताछ की जाएगी।
बेटी का जन्म होने के बाद दिव्यांशी को भूले स्वजन
अगवा दिव्यांशी का पिता मुकेश हरियाणा में रहकर मजदूरी करता है। उसके तीन बच्चों में दिव्यांशी सबसे छोटी थी। जुलाई माह के पहले सप्ताह में मुकेश हरियाणा से गांव आया था। वह रोजाना परिवार के एक सदस्य के साथ घर के करीब दो सौ मीटर दूरी पर बहने वाली यमुना नदी में मछली का शिकार करने जाता था। दिव्यांशी भी उसके साथ जाया करती थी। इंस्पेक्टर केके यादव का कहना है कि मुकेश ने बताया कि जैसे ही कटिया में फंसी मछली को वह बाहर निकालता तो दिव्यांशी तड़पती मछली को देख खुश होती थी। वह ताली बजाकर हंसती थी।
यह भी जानें
12 जुलाई को किसी ने देवी की मान्यता के लिए बकरा छोड़ दिया था। इस बकरे को मुकेश आदि ने खा लिया। बकरा खाने के बाद उसकी तबियत खराब हुई तो वह डर गया। बीमारी को देवी का प्रकोप मानकर वह स्वजन के साथ ससुराल पहुंचा व घटना के बारे में जानकारी दी। रिश्तेदारों के समझाने के बाद वह वापस घर लौटा। जिस दिन दिव्यांशी लापता हुई, उस दिन भी मुकेश के सिर में दर्द हो रहा था। पत्नी से सिर में तेल लगवाने के बाद वह सो गया। इसके बाद से दिव्यांशी का कुछ पता नहीं चल सका। जिस वक्त दिव्यांशी लापता हुई, तब मुकेश की पत्नी गर्भवती थी। 20 दिन पहले ही उसके यहां बेटी ने जन्म लिया है। इसे लेकर मुकेश व उसकी पत्नी दिव्यांशी के लापता होने का गम भूल बैठी। मुकेश कहता है कि जैसे यमुना मइया ने बेटी दिव्यांशी को छीना, ठीक उसी रूप में उसे वापस भी कर दिया।
सीओ ने कहा- खोजबीन में कोताही नहीं बरती जा रही
सीओ कौशांबी जनेश्वर पांडेय ने कहा कि पुलिस अब तक दिव्यांशी को लेकर खोजबीन में किसी तरह की कोताही नहीं बरत रही है। जहां भी कुछ संभावना दिखती है, उस पहलु को ट्रेस किया जा रहा है। प्रयास है कि जल्द ही घटना का राजफाश किया जाए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।