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    Kaushambi Murder Case : बहन के चरित्र पर शक करता था बहनोई...इसलिए उसे मार डाला, गिरफ्तार सगे सालों ने वारदात कबूला

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Mon, 15 Dec 2025 06:51 PM (IST)

    कौशांबी में सुरेंद्र हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा किया। मृतक के सालों गुड्डू और गोलू ने अपने चचेरे भाई महेश के साथ मिलकर हत्या की, क्योंकि ...और पढ़ें

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    कौशांबी जिले में एक युवक की हत्या के आरोपित उसके दो सालों समेम तीन आरोपितों के साथ एसपी राजेश कुमार। सौजन्य : पुलिस मीडिया सेल

    जागरण संवाददाता, कौशांबी। सुरेंद्र हत्याकांड का पुलिस की संयुक्त टीम ने 24 घंटे में अनावरण कर दिया। हत्या मृतक के सगे दो सालों ने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर की थी। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त डंडा व मृतक का मोबाइल भी बरामद कर लिया है। वारदात के पीछे शक व उधारी के विवाद को कारण बताया गया है। एसपी राजेश कुमार ने घटना के राजफाश में शामिल पुलिस टीम को 25 हजार रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया है। गिरफ्तार हत्यारोपितों के खिलाफ लिखापढ़ी कर चालान कोर्ट भेज दिया गया है।

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    सरायअकिल क्षेत्र के मवई गांव के समीप स्थित सूखी नहर के किनारे रविवार सुबह बोरी में बंद युवक का शव मिला था। कातिलों ने उसका सिर कूंचकर वारदात अंजाम दिया था। मवई ग्राम प्रधान की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के कपड़ों की तलाशी ली तो शिनाख्त ककरहाई निवासी सुरेंद्र पुत्र धर्मपाल के रूप में हुई।

    पुलिस की सूचना पर धर्मपाल भी घटनास्थल पर पहुंचे। उसने बताया कि सुरेंद्र शुक्रवार रात करीब दो बजे स्वजन से बिना कुछ बताए घर से बाइक लेकर निकला था। घर से निकलने से पहले उसने अपने फोन से किसी से बात किया था। मामले में धर्मपाल की तहरीर पर पुलिस ने मृतक के साले गुड्डू पुत्र मौला व अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा कायम किया था।

    सोमवार को पुलिस आफिस में पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी राजेश कुमार ने बताया कि घटना के राजफाश के लिए सराय अकिल, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त टीम का गठन किया था। तकनीकी साक्ष्य के आधार पर गुड्डू की तलाश शुरू की गई। गुड्डू वारदात के बाद भागने की फिराक में था। पुलिस टीम ने मंगलवार सुबह घेराबंदी कर उसे किलनहाई नदी के पुल से गिरफ्तार किया।

    गिरफ्तार गुड्डू ने बताया कि बहनोई सुरेंद्र उसकी बहन (मृतक की पत्नी) के चरित्र पर शक करता था। बहन व भांजे-भांजी को अक्सर पीटता था। कुछ दिन पहले भी सुरेंद्र बहन के गले में गड़ासा रखकर मार डालने का प्रयास किया। बच्चों को भी जमीन पर पटक दिया था। इसके अलावा वह बहन की अश्लील तस्वीरें भी इंटरनेट मीडिया के जरिए रिश्तेदारों के बीच प्रसारित करता था।

    पूछताछ के दौरान उसने बताया कि सुरेंद्र से उसने अपनी एक अन्य बहन की शादी के लिए करीब डेढ़ लाख रुपये उधार लिए थे। इस पैसे को वापस मांगने को लेकर वह दबाव बनाता था। 13 दिसंबर की रात सुरेंद्र गुड्डू के गांव कौशांबी थाना क्षेत्र के मढ़ी पहुंचा। इसकी जानकारी होने पर गुड्डू ने अपने सगे छोटे भाई गोलू व चचेरे भाई महेश पुत्र सूरजदीन को फोन करके गांव के बाहर बाग में बुलाया। वहां बहाने से सुरेंद्र को बुलाकर उसकी डंडे से पीटकर हत्या कर दी गई।

    हत्या के बाद सुरेंद्र का शव बोरी में भरकर उसकी ही बाइक से गुड्डू व महेश मवई नहर के समीप फेंक आए। वहां पर उसकी बाइक भी फेंक दी। वारदात में प्रयुक्त दो डंडे व मृतक का मोबाइल भी पास की एक बाग में फेंक दिया गया। पुलिस ने आरोपित गुड्डू, गोलू व महेश के खिलाफ लिखापढ़ी कर चालान कोर्ट भेज दिया है। आरोपितों की निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त दो डंडे व मृतक का मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है।

    मढ़ी गांव निवासी मौला के तीन बेटे व दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी आशा की शादी उसने करीब छह साल पहले ककरहाई निवासी सुरेंद्र से की थी। सुरेंद्र शादी के पहले से सऊदी में रहकर वेल्डिंग का काम करता था। विवाह के बाद दंपती के दो बच्चे हुए। बड़ा बेटा पांच साल व बेटी तीन साल की है। सुरेंद्र का सऊदी आना-जाना लगा रहा। इस दौरान आशा की बहन मंजू का रिश्ता तय हुआ तो स्वजन ने दामाद सुरेंद्र से डेढ़ लाख रुपये उधार लिए थे।

    इस बीच सुरेंद्र को शक होने लगा कि दोनों बच्चे उसके नहीं है। उसने अपनी पत्नी के मोबाइल को चेक किया तो उसमें कुछ आपत्तिजनक चीजें मिलीं। इन्हीं में कुछ अश्लील तस्वीरें भी थीं। दशहरा पर पर सुरेंद्र घर आया तो पत्नी से विवाद होने लगा। उसने तस्वीरों को इंटरनेट मीडिया में प्रसारित कर दी। हालांकि, जागरण ऐसे किसी वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। इसे लेकर घर में कलह होने लगी।

    12 दिसंबर की रात हत्यारोपित गुड्डू सुरेंद्र के घर पहुंचा। वहां से वह बहन व उसके बच्चों को अपने साथ मढ़ी ले आया। यहां जब 13 दिसंबर की रात सुरेंद्र पहुंचा तो आरोपित ने अपने चचेरे भाई महेश से फोन करवा कर उसे बाग में बुलाया। यहां गुड्डू ने अपने सगे भाई गोलू व महेश के साथ मिलकर बहनोई को मार डाला। मकसद था कि घरवालों को वह यह जता देगा कि बहन का वह उत्पीड़न नहीं देख पा रहा था। दूसरी तरफ कर्ज से निजात भी मिल जाएगी।