SIR in UP: एसआईआर कार्य में लापरवाही पर 28 बीएलओ के खिलाफ एक्शन, डीएम ने दिए निर्देश
कौशांबी में निर्वाचन नामावलियों के पुनरीक्षण में लापरवाही पर 28 बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। डीएम अमित पाल ने डिजिटाइज्ड गणना प्रपत्रों की समीक्षा की, जिसमें पाया गया कि इन बीएलओ ने 10% से कम डिजिटाइजेशन किया है। राजनीतिक दलों के साथ बैठक में मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर चर्चा हुई, जिसमें बीएलओ और बूथ लेवल एजेंटों की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।

एसआईआर फॉर्म भरवाते बीएलओ- जागरण
जागरण संवाददाता, कौशांबी। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियत कार्यक्रम के मुताबिक विधानसभा निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआइआर) से संबंधित चार नवंबर से चार दिसंबर तक बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा गणना प्रपत्रों के वितरण व एकत्रीकरण का कार्य किया जा रहा है।
डीएम डा. अमित पाल ने डिजिटाइज्ड किए गए गणना प्रपत्रों की प्रगति की समीक्षा की। इसमें 251-सिराथू विधानसभा के चार, 252-मंझनपुर के 19 (बूथ नंबर छह के बीएलओ राधेश्याम एवं बूथ नंबर 432 के बीएलओ संतोष कुमार गुप्ता आदि) व 253-चायल के पांच बीएलओ (कुल 28) द्वारा 10 प्रतिशत से कम डिजिटाइज्ड किए गए गणना प्रपत्रों की प्रगति पाई।
लिहाजा, संबंधित बीएलओ के खिलाफ निर्वाचन आयोग की सुसंगत धाराओ के तहत वैधानिक व कठोर कार्रवाई के लिए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को निर्देश दिए। यह भी कहा गया कि पुनरीक्षण कार्य में जिस बीएलओ द्वारा लापरवाही की जाएगी, उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
डेटाबेस पर देख सकते हैं निर्वाचकों व रिश्तेदारों के नाम
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के संबंध में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ गुरुवार को डीएम डा. अमित पाल ने कार्यालय कक्ष में बैठक की। इसमें उप जिला निर्वाचन अधिकारी शालिनी प्रभाकर ने कहा कि अंतिम विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण, 2003 के निर्वाचकों के नाम या उनके रिश्तेदारों के नाम अखिल भारतीय डेटाबेस (http://voters.eci.gov.in/) में देख सकते हैं।
बीएलओ के पास उपलब्ध वर्ष, 2003 की मतदाता सूची से संबंधित मतदाता अपना नाम देखकर गणना प्रपत्र पर नियत कालम में भरेंगे, जिसमें बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) द्वारा गणना प्रपत्र भरवाने में सहयोग किया जाएगा। कहा कि मृत, स्थायी रूप से स्थानांतरित एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत निर्वाचकों की पहचान बीएलओ द्वारा की गई है।
गणना के प्रथम चरण के दौरान गणना प्रपत्र के अलावा अन्य कोई अभिलेख एकत्र नहीं किया जाएगा। डीएम ने कहा कि मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ लेवल एजेंट भी निर्वाचकों से विधिवत भरे हुए गणना प्रपत्र (अधिकतम 50 गणना प्रपत्र प्रतिदिन) एकत्र कर बूथ लेवल अधिकारियों को जमा कराने में सहयोग कर सकते हैं।

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