Kaushambi में ऐतिहासिक अलवारा झील की बदलेगी सूरत, पर्यटकों को लुभाएगी, ढाई करोड़ के प्रस्ताव पर शासन से मंजूरी
कौशांबी जनपद में ऐतिहासिक अलवर झील के दिन जल्द फिरने वाले हैं। इसके सुंदरीकरण के लिए प्रदेश सरकार ने ढाई करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगाई है। धनराशि की मंजूरी मिलने के बाद अलवारा झील के सुंदरीकरण के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर ने भूमि पूजन किया।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। दोआबा की ऐतिहासिक अलवारा झील के सुंदरीकरण के लिए साल भर पहले भेजे गए ढाई करोड़ रुपये के प्रस्ताव को शासन ने मंजूरी दे दी है। पहली किश्त आने के बाद गुरुवार को भूमिपूजन के साथ झील की सूरत बदलने की कवायद शुरू हो गई है। जल्द ही ऐतिहासिक अलवारा झील नए लुक में नजर आएगी। यहां पर अब पर्यटकों के ठहरने व टहलने की उत्तम व्यवस्था होगी।
अलवारा एक प्राकृतिक आर्द्रभूमि है। यह झील लगभग 405 हेक्टेयर में फैली है और यमुना नदी से जुड़ी हुई है। अलवारा झील पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है, खासकर सर्दियों में यहां साइबेरियन पक्षी आते हैं। इसके साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों को असुविधा न हो, इसके मद्देनजर जिला योजना के तहत इस झील की ढाई करोड़ की लागत से कायाकल्प कराया जाएगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष कल्पना सोनकर ने गुरुवार को भूमि पूजन कर परियोजना का शुभारंभ किया। कहा कि स्वीकृत धनराशि से झील के चारों तरफ घूमने के लिए कटस्टोन की पटरी बनवाई जाएगी। इसके अलावा पर्यटकों के ठहरने, बोटिंग का भी इंतजाम होगा। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पुलिस चेक पोस्ट, पार्क, झूला, लाइटिंग आदि की व्यवस्थाएं भी की जाएंगी। जल्द ही अलवारा झील नए लुक में नजर आएगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि जितेंद्र सोनकर ने कहा कि सुंदर, स्वच्छ और समृद्ध अलवारा झील की दिशा में यह एक सार्थक पहल है। यह आने वाले समय में पर्यटकों को बढ़ावा देगी। इस अवसर पर पूर्व विधायक लाल बहादुर, डीसीएफ अध्यक्ष चंद्रदत्त शुक्ला, क्षेत्रीय महामंत्री भाजपा काशी क्षेत्र संतोष सिंह पटेल, मंडल अध्यक्ष सरायअकिल दुर्गेश मिश्रा, प्रमोद भार्गव समेत स्थानीय लोग उपस्थिति रहे।
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