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    Kaushambi Flood News : गंगा 10 सेमी और यमुना का जलस्तर एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा, बाढ़ की दहशत

    कौशांबी में गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है जिससे तटीय गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पिछले 24 घंटों में गंगा का जलस्तर 64 सेमी और यमुना का 53 सेमी बढ़ा है। सिंचाई विभाग के अनुसार यह वृद्धि बारिश के कारण है।

    By raj k. srivastava Edited By: Brijesh Srivastava Updated: Thu, 31 Jul 2025 04:35 PM (IST)
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    पिछले 24 घंटे में गंगा 64 और यमुना का जलस्तर 53 सेमी बढ़ गया है।

    जागरण संवाददाता, कौशांबी। गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में एक बार फिर बढ़ने लगा है। पिछले चार-पांच दिनों से लगातार दोनों नदियों के जलस्तर में हो रही वृद्धि से तटीय इलाकों में बसे गांवों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न होने लगा है। 

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    लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 64 सेंमी और यमुना के जलस्तर में 53 सेमी की वृद्धि हुई है। गंगा के जलस्तर के बढ़ने की गति यमुना से अधिक है।

    गुरुवार को गंगा का जलस्तर 82.40 मीटर और यमुना का जलस्तर 82.53 मीटर रिकार्ड किया गया। बुधवार की तुलना में गंगा के जलस्तर में 64 और यमुना के जलस्तर में 53 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। गंगा के जलस्तर की बढ़ने की रफ्तार 10 सेमी. प्रति चार घंटा और यमुना के जलस्तर की बढ़ने की गति एक सेमी. प्रति चार घंटे है।

    दोनों नदियों का खतरे का निशान कौशांबी जनपद में 84.734 मीटर है। इस लिहाज से गंगा का जलस्तर अभी 2.334 मीटर और यमुना का जलस्तर 2.204 मीटर नीचे है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता जगदीश लाल ने बताया कि फिलहाल बारिश के पानी के कारण ही नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है।

    उधर गंगा-यमुना के पानी के बढ़ने की वजह से दोनों नदियों के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों में बाढ़ को लेकर दहशत है। लोग घरों में सामान समेटने लगे हैं ताकि जलस्तर बढ़े तो वे सुरक्षित स्थान पर  सामान सहित पहुंच सकें। 

    एसडीएम ने गंगा घाट का किया निरीक्षण, लाेगों को दिया भरोसा

    बदनपुर घाट पर गंगा नदी के जलस्तर का निरीक्षण उप जिलाधिकारी चायल आकाश सिंह ने किया। उन्होंने ग्रामवासियों को सतर्क रहने और जलस्तर में अचानक वृद्धि होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करने को कहा।कहा,  स्थिति पर लगातार नजर है। ग्रामवासियों का सहयोग और जागरूकता हमें किसी भी आपदा से निपटने में मदद करेगी।