कौशांबी के युवक ने कूटरचित अभिलेख से बनवाए दो पासपोर्ट, दारोगा ने बयान के लिए बुलाया तो फरार, धोखाधड़ी का केस दर्ज
कौशांबी के चरवा में तौसीफ नाम के युवक ने फर्जी कागजात से दो पासपोर्ट बनवाए। पासपोर्ट ऑफिस में फर्जीवाड़ा खुलने पर पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वो भाग गया। पुलिस ने उस पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। जांच में पता चला कि उसने दो अलग-अलग जन्मतिथि प्रमाणपत्र लगाए थे और एक पासपोर्ट से विदेश भी जा चुका है। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।(x)

कौशांबी में फर्जी पासपोर्ट बनवाने का मामला सामने आया है, पुलिस ने फरार आरोपित के खिलाफ केस दर्ज किया है।
जागरण संवाददाता, कौशांबी। चरवा के चिल्लाशहबाजी गांव निवासी तौशीफ ने फर्जी अभिलेख के सहारे दो बार पासपोर्ट बनवा लिए। पासपोर्ट आफिस में तौशीफ के फर्जीवाड़े का राजफाश होने के बाद कौशांबी पुलिस को प्रकरण की जांच के लिए पत्र भेजा गया। एसआइ राजेंद्र यादव ने उसे साक्ष्य के साथ बयान देने के लिए तलब किया तो वह फरार हो गया। इस पर दारोगा की तहरीर पर शुक्रवार को तौशीफ के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा कायम कर लिया है।
पासपोर्ट आफिस में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा
चिल्ला शहबाजी निवासी तौशीफ पुत्र मकसूद हसन ने वर्ष 2013 से लेकर 2015 तक में दो बार फर्जी अभिलेख के जरिए पासपोर्ट बनवा लिया था। तौशीफ का फर्जीवाड़ा पासपोर्ट आफिस में पकड़ा गया तो वहां से एसपी कौशांबी को पत्र भेजकर प्रकरण की जांच कराने के लिए कहा गया।
एसपी के आदेश पर चौकी प्रभारी ने शुरू की जांच
एसपी के आदेश पर चरवा थाने के सैयद सरावां चौकी प्रभारी राजेंद्र यादव ने प्रकरण की जांच शुरू की। जांच अधिकारी ने बताया कि तौशीफ के घर सूचना देकर उसे साक्ष्य के साथ बयान देने के लिए बुलाया गया। वह उपस्थित नहीं हुआ तो वह खुद तौशीफ के घर पहुंचे। तौशीफ घर पर नहीं था। परिवार के लोगों ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया।
मुंबई से पुलिस ने आरोपित को बुलाया
गांव के पूर्व प्रधान कलीम ने बताया कि तौशीफ मुंबई में है। सूचना देकर उसे बुलाया गया तो उसने पुलिस से कोई संपर्क नहीं किया। इस पर दारोगा राजेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने शुक्रवार को आरोपित तौशीफ के खिलाफ मुकदमा कायम कर लिया है। इंस्पेक्टर महेश सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। प्रकरण की जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
दो जन्मतिथि का प्रमाणपत्र लगा बनवाया पासपोर्ट
पुलिस विभाग के सूत्रों की मानें तो तौशीफ ने वर्ष 2013 में पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। उस दौरान उसने अपनी जन्मतिथि के लिए ग्राम पंचायत सचिव का लिखित प्रमाण पत्र लगाया था। इसके बाद दूसरा आवेदन उसने 2015 में किया। यह पासपार्स उसे जरिए डाक 2016 में प्राप्त हुआ थाा। इस बार उसने जन्म प्रमाण पत्र किसी अन्य एजेंसी से जारी किया हुआ। पहले व दूसरे जन्म प्रमाण पत्र में उसकी उम्र भी अलग-अलग दर्शाई गई थी। वहीं पुलिस विभाग के लोगों की मानें तो छानबीन के दौरान पता चला कि तौशीफ वर्ष 2016 में बनकर आए पासपोर्ट से विदेश यात्रा भी कर चुका है। पहला पासपोर्ट कहां है, उससे उसने विदेश यात्रा की या नहीं..? इसका जवाब फिलहाल पुलिस को नहीं मिल सका है।
पुलिस के लिए सिरदर्द बो फर्जी पासपोर्ट प्रकरण
फर्जी तरीके से पासपोर्ट बनवाने के मामले पिछले दो महीने से सुर्खियों में हैं। सबसे खास बात यह है कि फर्जीवाड़ा पासपोर्ट आफिस में पकड़ा जाने के बाद जब पुलिस ने आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार का प्रयास किया तो वह भूमिगत हो जाते हैं। ऐसे में फर्जी तरीके से दो-दो पासपोर्ट बनवाने वालों का मकसद साफ नहीं हो पा रहा है।
पहला केस
सबसे पहला कड़ाधाम कोतवाली क्षेत्र का सामने आया। यहां के स्वातखत उर्फ कड़ाधाम निवासी नदीम ने दो पासपोर्ट बनवाया था। पहले आवेदन में उसने खुद को निरक्षर तो दूसरी बार के आवेदन में साक्षर होने का प्रमाण लगाया। दोनों आवेदन पर उसे पासपोर्ट जारी हो गया। पासपोर्ट आफिस में नदीम का फर्जीवाड़ा सामने आने पर कड़ाधाम थाना पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा कायम किया। इसके बाद से नदीम फरार हो गया।
दूसरा मामला
पुलिस नदीम को खोज नहीं सकी थी कि पिछले दिनों संदीपनघाट क्षेत्र के लालपुर निवासी दिनेश यादव का प्रकरण सामने आया। दिनेश ने भी फर्जी दस्तावेज का सहारा लेकर दो बार पासपोर्ट बनवा लिया था। दिनेश भी केस दर्ज होने के बाद से फरार है। दिनेश ने कभी विदेश यात्रा की या नहीं? इसका राजफाश नहीं हो सका।
अब तीसरे प्रकरण ने पुलिस की नींद उड़ाई
अब शुक्रवार को चरवा क्षेत्र के चिल्लाशहबाजी गांव निवासी तौशीफ का प्रकरण सामने आया। तौशीफ ने भी दो बार आवेदन करके पासपोर्ट बनवा लिया है। सूत्रों की मानें तो एक पासपोर्ट से वह विदेश यात्रा भी कर आया।

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