करारी में साढ़े आठ करोड़ से लगेगी फूड प्रोसेसिंग इकाई, रोजगार के खुलेंगे राह
कौशांबी में एक भी फूड प्रोसेसिंग इकाई स्थापित न होने से केला उत्पादकों को अपने उत्पाद आढ़तियों को बेचने पड़ते हैं।
करारी में साढ़े आठ करोड़ से लगेगी फूड प्रोसेसिंग इकाई, रोजगार के खुलेंगे राह
राजकुमार श्रीवास्तव, कौशांबी : केला उत्पादकों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें अपने उत्पाद बेचने के लिए न इधर-उधर भटकना पड़ेगा और न ही वाजिब दाम मिलने का ही उनके सामने संकट रहेगा। ऐसा इसलिए कि यहां फूड प्रोसेसिंग इकाई लगने का रास्ता साफ हो गया है। इसके लिए लगभग साढ़े आठ करोड़ रुपये की स्वीकृति भी सरकार से मिल गई है। शीघ्र ही इकाई का निर्माण शुरू होने की संभावना है। इकाई चालू होने से केला उत्पादकों का उत्पाद यहीं बिक जाएगा, साथ ही उन्हें सही मूल्य भी मिलने लगेगा। सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) के अंतर्गत केला को शामिल किया गया है। केले से जेम, जेली, चिप्स आदि चीजें तैयार की जा सकती हैं। जिले में एक भी फूड प्रोसेसिंग इकाई अब तक स्थापित न होने के कारण केला उत्पादकों को बिचौलियों के माध्यम से अपने उत्पाद आढ़तियों को बेचने पड़ते हैं। हालांकि, अब आइफा फारमर प्रोड्यूसर कंपनी करारी क्षेत्र में फूड प्रोसेसिंग इकाई लगाने के लिए आगे आई है। कंपनी के मालिक करारी के ही वस्मी जहीर नकवी हैं। ओडीओपी के अंतर्गत सरकार द्वारा इसके लिए आठ करोड़ 49 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान की गई है। कंपनी प्रबंधन द्वारा लगभग दो बीघा क्षेत्रफल में इकाई लगाई जाएगी।
सीएफसी में सब होगा समाहित
जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के उपायुक्त एस सिद्दीकी ने बताया कि कामन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) बनेगा। उसी सेंटर में फूड प्रोसेसिंग इकाई के अलावा रैपनिंग चैंबर, कामन प्रोसेसिंग एवं वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट भी स्थापित होगी। निर्माण कार्य लगभग तीन से चार महीने में शुरू होने की उम्मीद है। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्चुअली करेंगे।
400 लोगों को मिलेगा रोजगार
उपायुक्त का कहना है कि सीएफसी के बनने और इकाई स्थापित होने से लगभग तीन से चार सौ लोगों को प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना है। जिले में फूड प्रोसेसिंग की यह पहली इकाई स्थापित होगी। इससे क्षेत्र में धीरे-धीरे औद्योगिक माहौल बनने लगेगा। बता दें कि जिले में केला का सबसे ज्यादा उत्पादन करारी क्षेत्र में ही होता है।
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