Kaushambi News : शक्तिपीठ मां शीतला के दरबार में श्रद्धालुओं को लगा करंट का झटका, जान बचाकर भागे
कौशांबी जनपद के कड़ा स्थित शक्तिपीठ मां शीतला धाम में बड़ा हादसा होने से बच गया। हुआ यूं कि शुक्रवार सुबह मां शीतला के दर्शन के लिए जुटे भक्तों को बिजली करंट का झटका लगा। ट्रांसफार्मर में खराबी दूर करने के बाद आपूर्ति बहाल की गई थी। अर्थिंग से करंट की बात कही जा रही है।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। शक्ति पीठ मां शीतला के दरबार में शुक्रवार सुबह माथा टेकने पहुंचे कई श्रद्धालुओं को करंट का झटका लगा तो वे जान बचाकर वहां से भागे। तेज झंझनाहट के साथ लगे झटके से लोगों की जान पर बन आई थी। गनीमत रही कि जिस समय हादसा हुआ तब मंदिर में भक्तों की भीड़ ज्यादा नहीं थी। भीड़ होने पर किसी बड़ी अनहोनी से इन्कार नहीं किया जा सकता था।
घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचे बिजली विभाग के अफसरों ने फौरी जांच की। पता चला कि धाम परिसर की सप्लाई के लिए लगे 400 केवीए ट्रांसफार्मर की अर्थिंग के कारण करंट फैला था। हालांकि मंदिर प्रबंध कमेटी ने आपूर्ति बाधित कराने के साथ ही श्रद्धालुओं को कतारबद्ध कराते हुए देवी का दर्शन-पूजन कराया।
सावन मास को लेकर लेकर बड़ी संख्या में कांवरिए भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक कराने के लिए कड़ाधाम के कालेश्वर घाट से गंगाजल लेने पहुंचते हैं। गंगाजल लेने से पहले कांवरिए मां शीतला की आराधना करते हैं। आमतौर पर शुक्रवार को शीतला धाम में भक्तों का रेला उमड़ता है लेकिन इन दिनों भक्तों की संख्या कम रही। सिर्फ कांवरिए या मान्यता पूरी होने पर लोग देवी दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
मंदिर प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष आत्म प्रकाश पंडा ने बताया कि गुरुवार से ही धाम परिसर की सप्लाई के लिए लगे ट्रांसफार्मर में खराबी आई थी। इसकी वजह से रात भर बिजली आपूर्ति बाधित रही। बिजली कर्मियों ने किसी तरह खराबी ठीक किया था। हालांकि इस दौरान देवी का दर्शन करने पहुंचने वाले भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए थे।
उन्होंने बताया कि बिजली के लिए जेनरेटर चलाया गया था। शुक्रवार सुबह 11.10 बजे के करीब जैसे ही आपूर्ति जोड़ी गई तभी ट्रांसफार्मर के नीचे दुकान लगाने वाले लोगों के टिनशेड में अर्थिंग का करंट उतर आया। बारिश के कारण जमीन गीली थी। इससे वहां पर मौजूद कुछ लोगों को करंट का झटका लगा। हालांकि कुछ सेंकेंड में ही फाल्ट होने की वजह से खद ही ट्रांसफार्मर की आपूर्ति बाधित हो गई थी। इसकी वजह से कोई हादसा नहीं हो सका। आम दिनों की अपेक्षा भक्तों की भीड़ भी ज्यादा नहीं थी। जो श्रद्धालु पहुंचे, उन्हें देवी का दर्शन-पूजन कराया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।