Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कौशांबी में डेंगू का प्रकोप, 12 दिन में मिले नौ मरीज, डेंगू जांच किट के नाम पर जमकर हो रही वसूली

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 07:27 PM (IST)

    कौशांबी जिले में डेंगू का प्रकोप इन दिनों बढ़ गया है। मेडिकल कालेज में कई मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सफाई अभियान तेज किया है। निजी लैब मनमाना शुल्क वसूल रहे हैं जबकि सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच मुफ्त है। सीएमओ ने शिकायत मिलने पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

    Hero Image
    कौशांबी जिले में डेंगू का प्रकोप शुरू हो गया है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है।

    जागरण संवाददाता, कौशांबी। जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। मेडिकल कालेज में बीते 12 दिनों में की गई जांचों में कुल नौ मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम इसको लेकर सतर्क हो गई है। प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई एवं फागिंग अभियान तेज कर दिया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मेडिकल कालेज की पैथोलाजी लैब में पिछले 12 दिनों के भीतर कुल 530 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई, जिनमें से नौ की रिपोर्ट डेंगू पाजिटिव पाई गई है। अधिकतर मामले मंझनपुर, सिराथू और चरवा क्षेत्र से सामने आए हैं। मरीजों में बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द व प्लेटलेट्स गिरने जैसे सामान्य लक्षण देखे गए हैं। कुछ मरीजों को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य का इलाज घर पर चल रहा है।

    जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ते ही कुछ निजी पैथाेलाजी लैब और अस्पताल संचालकों ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया है। डेंगू की जांच के नाम पर मरीजों से मनमाना शुल्क वसूला जा रहा है। इसकी जांच किट 250 रुपये की है, जबकि लिए 1200 रुपये तक जा रहे हैं।

    खास यह कि न तो रिपोर्ट की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा रही है और न ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई नियंत्रण देखने को मिल रहा है। यह स्थिति आम लोगों के लिए चिंता का विषय बन गई है। मरीजों का पूरी तरह से शोषण किया जा रहा है। 

    जिले के मंझनपुर, सिराथू, भरवारी, चायल, करारी आदि क्षेत्रों में सैकड़ों पैथोलाजी लैब, अल्ट्रासाउंड सेंटर व अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं। अगर स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की बात करें तो जिले में 134 निजी अस्पताल, 41 अल्ट्रासाउंड सेंटर व पांच निजी लैब संचालित हैं। इनमें से अधिकांश के पास न तो वैध रजिस्ट्रेशन है और न ही प्रशिक्षित तकनीशियन। इसके बावजूद यह लैब संचालक खुलेआम डेंगू की जांच के लिए 1000 से 1200 रुपये तक वसूल रहे हैं। यह जांच सरकारी अस्पतालों में निशुल्क है, जबकि बाजार में इसकी जांच किट लगभग 250 रुपये में उपलब्ध है। 

    सीएमओ डा. संजय कुमार कहते हैं कि सभी सीएचसी-पीएचसी व मेडिकल कालेज में डेंगू की जांच निशुल्क होती है। निजी पैथोलाजी लैब में अधिक मूल्य वसूला जा रहा है, इसकी जानकारी नहीं है। अगर कोई पीड़ित शिकायत करता है तो इसकी जांच कराकर संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।