अग्नि कांड पीड़ित आठ किसानों को दिया मुआवजे का चेक
चायल तहसील क्षेत्र के पंसौर गांव में एक अप्रैल को बिजली की चिगारी से गेहूं की लगभग 20 बीघा फसलों में आग लग गई थी। आठ किसानों की खेत में खड़ी फसल जलकर र ...और पढ़ें

संसू, कसेंदा : चायल तहसील क्षेत्र के पंसौर गांव में एक अप्रैल को बिजली की चिगारी से गेहूं की लगभग 20 बीघा फसलों में आग लग गई थी। आठ किसानों की खेत में खड़ी फसल जलकर राख हो गई। तहसील प्रशासन ने सभी को नुकसान का मुआवजा दिया।
पंसौर गांव के आठ किसानों की फसलें आग से जलकर नष्ट हो चुका थी। उपजिलाधिकारी ज्योति मौर्या के निर्देश पर गुरुवार को नायब तहसीलदार दीक्षा पांडेय ने राजस्व निरीक्षक बृजेंद्र सिंह और लेखपाल मदन सिंह की मौजूदगी में गांव जाकर प्रभावित किसान रामचंद्र यादव, रामानंद यादव, रामविशाल, परसुराम, तौसीफ अहमद, राकेश कुमार, बाबूलाल और जयसिंह आदि को चेक वितरित किया। राहत के तौर पर मुआवजे का चेक पाकर किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे। नायब तहसीलदार ने बताया कि पहाड़पुर सुधवर, चरवा, अकबराबाद, भीटी देह माफी और पन्नोई गांवों के अग्निकांड से प्रभावित किसानों की आर्थिक मदद होनी है। इसकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जल्द ही सभी को चेक का वितरण किया जाएगा। आग लगने से 100 बोझ गेहूं की फसल जली
संसू, कसेंदा चरवा के उमरछा गांव में बुधवार की शाम अज्ञात कारणों से आग लगने से खेत में रखा 100 बोझ गेहूं की फसल जलने लगी। ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक पूरी फसल जल चुकी थी। सूचना राजस्व विभाग के अफसरों को दी गई है।
चरवा के उमरछा निवासी कुमनचंद्र यादव खेती करते हैं। उनका कहना है कि गेहूं की तैयार हुई फसल को वह कुछ दिनों पहले काटकर खेत में ही रखे थे। गुरुवार को थ्रेसर से मड़ाई होना था, लेकिन इससे पहले ही बुधवार की शाम अज्ञात कारणों से फसल में आग लग गई। लपटें उठती देख आसपास खेतों में रहे लोग भागकर पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक हजारों रुपये की फसल जलकर राख हो चुकी थी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।