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    भक्ति और आस्था में डूबी दोआबा की नगरी

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 23 Oct 2020 11:03 PM (IST)

    शारदीय नवरात्र के पावन पर्व पर भक्त मां की आराधना में लीन हो गए हैं। शंखनाद घंटा-घड़ियाल व जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया है। जनपद में शुक्रवार को पू ...और पढ़ें

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    भक्ति और आस्था में डूबी दोआबा की नगरी

    कौशांबी : शारदीय नवरात्र के पावन पर्व पर भक्त मां की आराधना में लीन हो गए हैं। शंखनाद, घंटा-घड़ियाल व जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया है। जनपद में शुक्रवार को पूरी आस्था और विश्वास से भक्तों मां भगवती के सातवें स्वरूप कालरात्रि का पूजन किया। भक्तों के जयकारे से दुर्गा पंडाल भक्तिमय हो गया।

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    शुक्रवार सुबह से पूजन के लिए भक्त शक्तिपीठ धाम कड़ा, रामजानकी मंदिर सिराथू, संकट मोचन मंदिर भरवारी, दुर्गा मंदिर मंझनपुर समेत कई मंदिरों व दुर्गा पंडालों में कतार में खड़े हो गए। अपनी बारी आने पर श्रद्धालुओं ने धूप, दीप व नैवेद्य से मां कालरात्रि का पूजन किया। साथ ही घर परिवार की खुशहाली के लिए वरदान भी मांगा। मंझनपुर के नया नगर, मंसूर नगर, कटरा नगर आदि स्थानों पर सजाए गए दुर्गा पंडालों में रात्रि के समय भजन कीर्तन का कार्यक्रम चला। नगर पालिका परिषद भरवारी में नवरात्र पर्व पर कई स्थानों पर पंडाल सजाकर मां की मूर्ति स्थापित कर पूजा-पाठ करते रहे। सिराथू, सरायअकिल, चायल, देवीगंज आदि स्थानों में सजे दुर्गा पंडालों में भक्तों ने आरती व पूजन किया।

    कस्बा भरवारी में मंदिरों व पंडालों में भक्तों ने पूजन-अर्जन की। खलीलाबाद, पुरानी बाजार हनुमान मंदिर, एनडी कालोनी, नया बाजार हनुमान मंदिर व सिघिया में माता की भव्य मूर्ति स्थापित की गई। सुबह पूजन व शाम को भजन-आरती का कार्यक्रम हुआ। कीर्तन भजन में महिलाओं ने महिलाएं भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। दुर्गा पंडालों में देर रात प्रसाद का वितरण किया गया। भक्तों ने जयकारे लगाए। इसमें वातावरण भक्तिमय हो गया।

    मूरतगंज में पक्का तालाब में क्षेत्र के दो दर्जन गांव में स्थापित की गई दुर्गा मूर्तियों का विसर्जन होगा। इसके लिए नगर पालिका प्रशासन ने तालाब की सफाई करा दी है। साथ ही पानी भरने का सिलसिला कई दिनों से चल रहा है। क्षेत्र के दो दर्जन से ज्यादा गांव से दुर्गा प्रतिमाओं को इसी तालाब में विसर्जन किया किया जाना है।