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    काकोरी ट्रेन एक्शन डे पर बच्चों ने देखी डाक्यूमेंट्री

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 09 Aug 2022 05:54 PM (IST)

    प्राचार्य डा. विनय कुमार सिंह ने कहा यह कोई आम घटना नहीं थी। क्रांतिकारियों के जब्बे ने अंग्रेज सरकार की नींद उड़ा दी थी

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    काकोरी ट्रेन एक्शन डे पर बच्चों ने देखी डाक्यूमेंट्री

    काकोरी ट्रेन एक्शन डे पर बच्चों ने देखी डाक्यूमेंट्री

    जासं, कौशांबी : महामाया राजकीय महाविद्यालय ओसा में मंगलवार को काकोरी ट्रेन एक्शन डे के अवसर पर विभिन्न आयोजन हुए। विद्यार्थियों ने जहां एक ओर इस घटना से जुड़ी डाक्यूमेंट्री देखी। वहीं, विद्यालय में सफाई अभियान चलाया गया। साथ ही उनके बीच स्लोगन प्रतियोगिता भी हुई।

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    काकोरी ट्रेन एक्शन डे के कार्यक्रमों का शुभारंभ प्राचार्य डा. विनय कुमार सिंह ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन इतिहास में काकोरी कांड के नाम से प्रसिद्ध है। यह कोई आम घटना नहीं थी। क्रांतिकारियों के जब्बे ने अंग्रेज सरकार की नींद उड़ा दी थी। इसके बाद राष्ट्रीय सेवा योजना, रोवर्स रेंजर्स व महाविद्यालय के अन्य छात्र-छात्राओं ने काकोरी कांड से जुड़ी डाक्यूमेंट्री प्रोजेक्टर के माध्यम से देखी। शहीदों को नमन किया गया।

    इसके बाद परिसर की सफाई की और फिर स्लोगन प्रतियोगिता हुई। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डा. पवन कुमार ने कहा कि काकोरी ट्रेन की घटना नौ अगस्त 1925 को लखनऊ जिले के काकोरी रेलवे स्टेशन पर हुई थी। बताया कि क्रांतिकारी राजेंद्रनाथ लाहिड़ी ने नौ अगस्त 1925 को लखनऊ जिले के काकोरी रेलवे स्टेशन से आठ डाउन सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर ट्रेन की चेन खींचकर अशफाक उल्ला खान के नेतृत्व में रोक दिया। इसके बाद अन्य क्रांतिकारियों ने सरकारी खजाना लूट लिया।

    डा. अनिल कुमार ने बताया कि काकोरी कांड में रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, राजेंद्रनाथ लाहिड़ी, ठाकुर रोशन सिंह समेत कुल 10 क्रांतिकारियों को याद किया जाता है। डा. अमित कुमार शुक्ल ने सफलतापूर्वक कार्यक्रम का संचालन किया। डा. संतोष कुमार ने डाक्यूमेंट्री के संचालन की जिम्मेदारी निभाई।