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    धनुष टूटते ही जय श्री राम के लगे जयकारे, सीता स्वयंवर की लीला का हुआ मंचन

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 25 Oct 2021 10:31 PM (IST)

    करारी में रविवार की रात सीता स्वयंवर की लीला का भावपूर्ण मंचन किया गया। जिस समय श्री राम ने धनुष यज्ञ भंग किया। पूरा पांडाल जय श्री राम के उद्घोष से गूंज उठा।

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    धनुष टूटते ही जय श्री राम के लगे जयकारे, सीता स्वयंवर की लीला का हुआ मंचन

    कौशांबी। करारी में रविवार की रात सीता स्वयंवर की लीला का भावपूर्ण मंचन किया गया। जिस समय श्री राम ने धनुष यज्ञ भंग किया। पूरा पांडाल जय श्री राम के उद्घोष से गूंज उठा।

    लीला प्रसंगों के मुताबिक मिथला नरेश अपनी पुत्री सीता के स्वयंवर के लिए पृथ्वी के समस्त राजाओं को आमंत्रण भेजा। जिसमें दुनिया के कोने-,कोने से आए राजाओं ने धनुष भंग करने की जोर आजमाइश की। लेकिन कोई सफल नहीं हो सका। इसके बाद गुरु विश्वमित्र के साथ राम लक्ष्मण भी जनक दरबार में पहुंच गए। जाकि रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी। इस दौरान जिसकी जैसी भावना थी। भगवान राम उसे उसी रूप में दिखाई दिए। मिथिलवासी उन्हें दूल्हा भेष में देख रहे थे। जनक दरबार में उपस्थित राजाओं में जो दुष्ट राजा थे उन्हें भगवान राम काल के रूप में व जो सज्जन राजा थे उन्हें श्री राम जी हितकारी के रूप में दिखाई पड़ रहे थे। रावण को धनुष खंडन के लिए देवताओं ने मना कर दिया। पाताल लोक के राजा बाणासुर ने पहुंचकर धनुष यज्ञ को अपने द्वारा पूर्ण करने की बात रखी। इस पर रावण और बाणासुर में तीखा संवाद हुआ। जिसे देख दर्शक उत्साहित हो उठे। इस दौरान दर्शकों के जय श्री राम के उद्घोष से कस्बा गुंजायमान हो उठा। इस अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष संजय जायसवाल, ज्ञानू शर्मा, पवन शर्मा ट्रस्टी रमेश चंद्र शर्मा, ट्रस्टी अशोक कुमार वर्मा, बृजेश अग्रहरि, बच्चा सिंह कुशवाहा, संजीत मोदनवाल आदि मौजूद रहे। राम जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होकर आनंदित हुये भक्त

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    सिराथू विकास खंड क्षेत्र के उदहिन बाजार में आयोजित हो रही रामलीला में दूसरे दिन भगवान श्री राम सहित चारों भाइयों का जन्म उत्सव मनाया गया। जिसमें शामिल होकर भक्त आनंदित हुए।

    बाजार में दस दिवसीय रामलीला का मंचन किया जा रहा है। रविवार की रात्रि की लीला में महाराज दशरथ के घर रानी कौशल्या के राम कैकेयी से भरत व सुमित्रा से लक्षण और शत्रुघ्न का जन्म हुआ। चार बेटों के जन्म का समाचार सुनने के बाद महाराज दशरथ के खुशी का ठिकाना न रहा । महल में मधुर संगीत बजने लगा। मौजूद दर्शकों ने जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होकर आनंद की अनुभूति की। मंचन के दौरान भगवान श्री राम सहित चारों भाइयों की मनमोहक झांकियां निकाली गईं। जिसमें श्रद्धालुओं ने आरती उतारकर जय श्रीराम के जयकारे लगाए। इस मौके पर कार्यक्रम आयोजक अजय सोनी, जीतू केसरवानी, डा. राजेंद्र प्रसाद, बृजेंद्र तिवारी समेत तमाम दर्शक मौजूद रहे।