Weather Update: भारी बारिश, बिजली गिरने का अलर्ट... कासगंज में किसानों के लिए मौसम विभाग की एडवाइजरी जारी
कासगंज कृषि विज्ञान केंद्र ने मौसम को लेकर एडवाइजरी जारी की है। बुधवार को भारी वर्षा आंधी और बिजली की संभावना जताई गई है। किसानों को मौसम को ध्यान में रखकर काम करने की सलाह दी गई है। आगामी पांच से सात सितंबर तक बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। किसानों को जलभराव से बचने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, कासगंज। कृषि विभान केद्र के द्वारा मौसम को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। जिसमें बुधवार को भारी वर्षा, आंधी और बिजली की संभावना को लेकर अलर्ट किया गया है। किसानों व अन्य लोगों को भी मौसम को देखते हुए कार्य करने की सलाह दी गई है।
मौसम विशेषज्ञ कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर बृज विकास सिंह ने जानकारी दी है कि मौसम विभाग से प्राप्त मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, आगामी पांच मध्यम से बादल छाए रहने के कारण सात सितंबर तक स्थानीय स्तर पर गरज-चमक के साथ मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
सात सितंबर तक बादल और वर्षा की संभावना, कृषि विज्ञान केंद्र ने जारी की एडवाइजरी
बुधवार को अधिक वर्षा होने का अनुमान है। अधिकतम तापमान 28 से 33 एवं न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के मध्य रहेगा। डॉक्टर बृज विकास सिंह ने कहा कि किसान कीटनाशी दवाओं का छिड़काव न करें।
- मक्का, दलहनी एवं तिलहनी फसलों जल भराव न होने दे, जल निकासी का प्रबंध करें।
- वर्षा ऋतु में पशुओं को खुले स्थान पर न बांध और न ही चराने के लिए बाहर न छोड़ें।
- पेड़ या बिजली के पोल के पास शरण न लें। यहां बिजली गिरने की आशंका रहती है और जनहानि व पशु हानि की संभावना रहती है।
किसानों को सता रही फसल नष्ट होने की चिंता
पिछले तीन दिन से हो रही वर्षा से किसानों की चिंता बढ़ी हैं। धान की फसल को छोड़कर अन्य सभी फसलों के लिए यह वर्षा अब नुकसानदायक हो रही है। खेतों में पानी भर रहा है, जिससे बाजरा, मक्का अन्य फसलों में नुकसान होने का अनुमान है। हालांकि मंगलवार को निकली धूप से किसानों को अब और मौसम न बिगड़ने की उम्मीद है। जिले में धान, मक्का, मूगं, बाजरा आदि की फसलें होती हैं। पिछले दिनों से हो रही वर्षा धान के लिए वरदान साबित हो रही है। इस वर्ष वर्षा कुछ दिनों के अंतराल में हो जाती है।
इस वर्ष धान की फसल में सिंचाई करने की जरूरत नहीं हुई
अच्छी वर्षा के कारण धान की फसलों को लाभ होगा। पिछले तीन दिन से हो रही वर्षा धान के खेतों में खासा पानी भर गया है। किसानों को इस वर्ष धान की फसल में सिंचाई करने की जरूरत नहीं हुई है। लेकिन यह वर्षा अन्य फसलों के लिए नुकसान का कारण बन सकती है। मक्का, बाजरा और अन्य दहनी फसलों में पानी भरे रहने से नुकसान हो सकता है। बाजरा में कंडुआ रोग लगने की आशंका बढ़ी है।
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