Umar Ansari को गाजीपुर से कासगंज जेल में किया गया शिफ्ट, हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया
माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी को गाजीपुर जेल से कासगंज जेल में सुरक्षा कारणों से स्थानांतरित किया गया। उन्हें उच्च सुरक्षा बैरक में रखा गया है। उमर पर अपनी माँ के फर्जी हस्ताक्षर कर संपत्ति छुड़ाने की याचिका दायर करने का आरोप है जिसके चलते उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई थी। उनके बड़े भाई अब्बास अंसारी भी पहले कासगंज जेल में बंद थे।
जागरण संवाददाता, कासगंज। माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को गाजीपुर जेल से कासगंज जेल शिफ्ट किया गया। शनिवार शाम पांच बजे कड़ी सुरक्षा के बीच वह कासगंज जेल पहुंचा। यहां उच्च सुरक्षा बैरक में रखा गया है।
उमर अंसारी को तीन अगस्त को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था। उन पर अपनी मां अफसा अंसारी (एक लाख की इनामी) के फर्जी हस्ताक्षर कर अदालत में याचिका दाखिल करने का आरोप है। यह याचिका मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में जब्त की गई 10 करोड़ की संपत्ति छुड़ाने के लिए लगाई गई थी।
जांच में हस्ताक्षर फर्जी पाए जाने के बाद उमर और वकील लियाकत अली के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। 21 अगस्त को कोर्ट ने उमर अंसारी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। उमर गाजीपुर जेल में बंद था। शनिवार को सुरक्षा कारणों से उसको कासगंज जेल में शिफ्ट किया गया है।
शनिवार शाम पांच बजे उमर कड़ी सुरक्षा में कासगंज जेल पहुंचा। यहां उसको उच्च सुरक्षा बैरक में रखा गया है। कासगंज जेल के अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि उमर अंसारी के गाजीपुर से कासगंज जेल में शनिवार को शिफ्ट कर दिया गया। उसे उच्च सुरक्षा बैरक में रखा गया है।
उमर अंसारी का बड़ा भाई अब्बास अंसारी भी नवंबर 2022 से मार्च 2025 तक कासगंज जेल में बंद रहा था। उस पर आपराधिक नेटवर्क और अवैध कमाई के आरोप लगा था। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने पर उसकी रिहाई हो गई थी।
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