हो जाएं अलर्ट.... अब हर माह देना होगा बिजली बिल, जमा नहीं किया तो कट जाएगा मीटर से कनेक्शन
कासगंज में स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली उपभोक्ताओं को बिल भुगतान में सावधानी बरतनी होगी। दो-तीन महीने तक बिल बकाया रहने पर बिजली आपूर्ति स्वतः बंद हो जाएगी जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। एक महीने में 1420 उपभोक्ताओं की बिजली काटी गई। पूर्ण भुगतान के बाद ही बिजली सुचारू होगी।

संवाद सहयोगी, कासगंज । बिजली के उपभोक्ताओं को सावधानी बरतनी होगी। अनवरत रूप से बिजली की आपूर्ति जारी रखने के लिए हर माह बिल का भुगतान करना होगा। यदि एक बार भी बिल दो या तीन माह का बकाया हो गया तो स्मार्ट मीटर से बिजली की आपूर्ति तत्काल बंद हो जाएगी। पूर्ण भुगतान के बाद ही बिजली सुचारू हो सकेगी। एक माह में 1420 उपभोक्ताओं की आपूर्ति बाधित हुई है।
जिले में स्मार्ट मीटर लगने की प्रक्रिया पूरी हो रही है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ता को बिजली के भुगतान का ध्यान रखना होगा। पिछले करीब दो माह से लगातार नगर क्षेत्र में बिजली के मीटर बदलने का काम जारी है। नगर क्षेत्र में 26 हजार उपभोक्ता हैं। अब तक 19 हजार से अधिक मीटर बदले जा चुके हैं। पुराने के स्थान पर नए स्मार्ट मीटर लगे हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं के समक्ष परेशानी खड़ी हो गई।
दो या तीन महीने का बिल बकाया होने पर मीटर से बिजली की सप्लाई स्वतः ही बाधित हो जाती है। जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक माह में करीब 1420 उपभोक्ताओं के साथ ऐसा हो चुका है।
उपभोक्ताओं के लिए सुविधाजनक व्यवस्था
इनमें से 1135 उपभोक्ताओं ने बकाए का भुगतान कर बिजली सुचारू कर ली है, लेकिन शेष उपभोक्ता अभी भी बिजली सुचारू नहीं कर पाए हैं। हालांकि यह व्यवस्था उपभोक्ताओं के लिए सुविधाजनक है। बिजली विभाग को भी इसे लेकर ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ रही है, लेकिन फिर भी जरा सी लापरवाही उपभोक्ताओं के लिए परेशानी बन रही है।
गरीब तबके के उपभोक्ता इस समस्या को लेकर ज्यादा परेशान हैं। उनका कहना है कि पूर्व में बिल बकाया होने पर आंशिक भुगतान हो जाता था, लेकिन अब पूर्ण भुगतान होने के बाद ही बिजली सुचारू हो रही है। अब हर महीने बिल जमा करना होगा। तभी इस समस्या से छुटकारा मिल सकेगा।
बिजली विभाग को नहीं करनी पड़ेगी मशक्कत
स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली विभाग को मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। पूर्व में लगे मीटर से चोरी होने की भी संभावना बनी रहती थी। बिजली का बिल अधिक बकाया होने पर अभियान चलाकर अभियान चलाकर कनेक्शन काटे जाते थे। लेकिन अब स्मार्ट मीटर लगने के बाद इन सब व्यवस्थाओं पर विराम लग गया है।
विभाग के अधिकारियों को मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। स्वत: ही बकाया की धनराशि का भुगतान न होने पर बिजली कटेगी। भुगतान होते ही फिर से बिजली सुचारू कर दी जाएगी। मोबाइल की प्रीपेड सिम की तर्ज पर भी उपभोक्ता जितनी बिजली खर्च करेगा उतना भुगतान करना पड़ेगा।
एक माह में 1420 स्मार्ट मीटर से घरों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों की बिजली स्वत: ही कटी है। उपभोक्ताओं पर दो तीन महीने का बकाया होने के बाद आटोमैटिक विच्छेदन हुआ है। स्मार्ट मीटर से यह सुविधा मिली है। उपभोक्ता को प्रतिमाह भुगतान करना होगा। - राहुल बर्नवाल, अधिशाषी अभियंता (शहरी)
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