कासगंज में नरौरा बैराज से गंगा में छोड़ा डेढ़ लाख क्यूसेक पानी, तटवर्ती क्षेत्र के लोगों की बढ़ गई चिंता
नरौरा बैराज से गंगा में डेढ़ लाख क्यूसेक से ज़्यादा पानी छोड़े जाने से तटवर्ती क्षेत्र के लोगों में चिंता है। गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जिससे पटियाली के कई गांवों में पानी भर गया है और जनजीवन प्रभावित है। हरिद्वार और बिजनौर से भी पानी छोड़ा गया लेकिन मात्रा कम है।

संवाद सूत्र, कासगंज। नरौरा बैराज से गंगा में डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। तटवर्ती क्षेत्र के लोगों की चिंता बढ़ गई है। हालांकि हरिद्वार और बिजनौर से भी पानी छोड़ा गया है, लेकिन उसकी मात्रा कम है। गंगा खतरे के निशान से अभी भी 16 सेंटीमीटर ऊपर बनी हुई है। पटियाली क्षेत्र के गांवों में पानी भरा है। ग्रामीण परेशान है, जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
हरिद्वार और बिजनौर से छोड़े जा रहे पानी की मात्रा धीरे-धीरे कम होती चली जा रही है। जबकि नरौरा से सोमवार को भी डेढ़ लाख क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया है। गंगा के प्रवाह में कोई कमी नहीं हैं। जबकि जलस्तर घटने लगा है। रविवार को कछला घाट पर गंगा का गेज 162.58 मीटर था। जो दो सेंटीमीटर घटकर 162.56 मीटर रह गया है। जलस्तर घटने के बाद भी गंगा खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर ऊपर बनी हुई है। इसे लेकर तटवर्ती ग्रामीणों की चिंता लगातार जारी हैं। पटियाली क्षेत्र के 20 से अधिक गांव में भरा गंगा का पानी निकल नहीं पा रहा। ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उसकी जनजीवन प्रभावित होेने के साथ रोजमर्रा की अन्य गतिविधियां भी प्रभावित हो रही हैं। बाढ़ से जूझ रहे ग्रामीण अपने बेबसी बयां भी नहीं कर पा रहे।
गंगा में छोड़ा गया पानी
हरिद्वार 89,900 क्यूसेक
बिजनौर 78,456 क्यूसेक
नरौरा 1,50,798 क्यूसेक
कछला पर गेज 162.56 मीटर
नरौरा बैराज से डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। जबकि हरिद्वार और बिजनौर से पानी छोड़े जाने की मात्रा कुछ कम है। गंगा खतरे के निशान से अभी भी 16 सेंटीमीटर ऊपर बनी हुई है। तटवर्ती क्षेत्र में सतर्कता जारी है। - पंकज कश्यप, अवर अभियंता सिंचाई विभाग, कासगंज
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