Kasganj Crime News: झुन्ना पंडित, सलाखाें के पीछे है मुख्तार का खास गुर्गा फिर भी नाम का है पूर्वांचल में आतंक
Kasganj News साढ़े तीन माह पूर्व यहां जेल में लाया गया था झुन्ना पंडित। वाराणसी में मांगी जा रही कुख्यात के नाम से रंगदारी। मुख्तार अंसारी के गुर्गे पर बढ़ाई निगरानी। झुन्ना पंडित का है पूर्वांचल में खाैफ। 13 संगीन आपराधिक मामले वाराणासी के विभिन्न थानों में हैं दर्ज।

कासगंज, जागरण टीम। माफिया मुख्तार अंसारी का गुर्गा वाराणसी का कुख्यात श्रीप्रकाश मिश्रा उर्फ झुन्ना पंडित यहां जेल में निरुद्ध है। उसके नाम पर वाराणसी में रंगदारी मांगे जाने की यहां कोई अधिकृत जानकारी तो नहीं मिली है, मगर सूचनाओं के आधार पर ही जेल प्रशासन सक्रिय हो गया है। झुन्ना पंडित की निगरानी और बढ़ा दी गई है।
झुन्ना पंडित पांच अगस्त को लाया गया था कासगंज
वाराणसी के झुन्ना पंडित का पूर्वांचल में खौफ है। उसके खिलाफ 13 संगीन आपराधिक मामले वहां के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इनमें हत्या, जानलेवा हमला, फिरौती, चौथ वसूली आदि शामिल हैं। उसने करीब छह माह पूर्व वाराणसी न्यायालय में ही आत्मसमर्पण किया था। पहले वह वहीं की जेल में निरुद्ध रहा। इसके बाद उसे चित्रकूट जेल भेज दिया गया। चूंकि वह जेल से भी आपराधिक गतिविधियां संचालित कर रहा था, तो उसे पांच अगस्त को यहां की जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। यहां शुरू से ही उसे विशेष निगरानी में रखा जा रहा है। साढ़े तीन माह के अंतराल में उससे यहां कुछ मिलाई तो हुई हैं, मगर उन पर भी जेल प्रशासन ने पूरी निगरानी रखी है। जहां तक वीडियोग्राफी तक कराई है। वह जिस बैरक में रखा गया है, वहां भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। विगत 20 नवंबर से उसका नाम वाराणसी में एक बार फिर सुर्खियों में आया है। उसके नाम से वहां के डा. दीपक वर्मा से रंगदारी मांगी गई। इसके बाद रविवार को भी वाराणसी के एक सराफा कारोबारी विशाल वर्मा से झुन्ना पंडित के नाम से रंगदारी मांगी गई है। इस मामले में वाराणसी के लालपुर पांडेपुर थाने में झुन्ना पंडित के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।
वाराणसी के पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। भले ही वाराणसी पुलिस ने अभी तक यहां कोई संपर्क नहीं किया है, मगर ऐहतियात के तौर पर जेल प्रशासन सक्रिय हो गया है। उसने झुन्ना पंडित की निगरानी और कड़ी कर दी है। वैसे जेल प्रशासन का कहना है कि यहां झुन्ना पंडित की गतिविधि कतई संदिग्ध नहीं है। वह सामान्य बंदियों की तरह ही रह रहा है। चूंकि वह कुख्यात है, इसलिए उस पर विशेष निगरानी शुरू से ही है। ऐसे में सवाल ही पैदा नहीं होता कि वह यहां से किसी के लिए कोई पत्र भेज सकता है।
झुन्ना पंडित कुख्यात अपराधी है। उस पर जेल प्रशासन की शुरू से ही निगाह है। उसकी जेल में विशेष निगरानी है। ऐसे में संभव नहीं कि वह जेल से बाहर कोई पत्र भेज सके। संभव है उसके गैंग से जुड़े लोग या उसके विरोधी वाराणसी में उसके नाम का प्रयोग कर रहे हों। वाराणसी पुलिस ने तो उसके संबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं मांगी है, मगर सूचनाएं मिलने पर उसकी निगरानी और पुख्ता कर दी गई है।
-एएन सिंह, जेलर
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