बूढ़ी मां का गया लाल, मासूम बच्चों के सिर से उठा पिता का साया... फावड़े के लिए खूनी संघर्ष में युवक की हत्या
कासगंज के सोरों में फावड़े को लेकर हुए विवाद में एक युवक की ईंट मारकर हत्या कर दी गई। सड़क निर्माण में फावड़ा मांगने पर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि युवक की जान चली गई। मृतक राजीव अपने परिवार का पालन पोषण करने वाला था जिसमे उसकी बूढ़ी मां पत्नी और तीन बच्चे शामिल हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
संस, जागरण.कासगंज। सोरों क्षेत्र के गांव चंदवा में फावड़ा को लेकर ऐसा विवाद हुआ, जो मारपीट और हत्या में बदल गया। युवक की जान चली गई। नामजद आरोपितों ने तीन बच्चों के पिता की ईट प्रहार से हत्या कर दी। परिवार से पिता का साया चला गया। बूढी मां अपना लाल खो दिया। मां और मासूम बच्चे पथराई आंखों से युवक का इंतजार कर रहे हैं।
सोरों क्षेत्र के गांव चंदवा में शनिवार की देर रात फावड़ा के विवाद को लेकर दो पक्षों में मामला इतना बढ़ गया कि ईंट पत्थर चले और युवक की ईंट प्रहार से मृत्यु हो गई।
शनिवार की देर रात ईंट प्रहार से युवक की कर दी हत्या
गांव में सड़क निर्माण जारी था। निर्माण कार्य में जुटे श्रमिक ने गांव के ही युवक राजेंद्र पुत्र लालता प्रसाद का फावड़ा मांग लिया। जिससे वह कार्य करने लगा। थोड़ी देर बाद उसने अपना फावड़ा वापस ले लिया। यह बात पड़ोस के ही राजीव के अजीब लगी। उसने राजेंद्र से फावड़ा वापस लेने का विरोध कर दिया। यह बात आगे बढ़ गई। राजीव और राजेंद्र के बीच कहासुनी होने लगी। राजेंद्र का बेटा योगेश भी मौके पर आ गया। अन्य ग्रामीण भी मौजूद थे। इन्होंने बीच−बचाव का प्रयास किया।
बूढ़ी मां का गया लाल, मासूम बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया
इसी दौरान योगेश और राजेंद्र ने राजीव पर ईंट से प्रहार कर दिया। एक ईंट राजीव के सीने में जा लगी और दूसरी सिर में। राजीव के सिर में ईंट लगने से उसके कान और सिर से रक्तस्राव हुआ और उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस को जानकारी राजीव के चचेरे भाई दीपक ने फोन पर दी। इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे। शव को कब्जे में लिया। आरोपित मौके से फरार हो गए। शव को पोस्टमार्टम भेज दिया।
स्पेलर का संचालन करता था राजीव
दीपक ने बताया कि राजीव अपने परिवार का खेवनहार था। चंदवा चौराहे पर स्पेलर का संचालन करता था। उसके साथ बूढ़ी मां, दो भाई भी रह रहे हैं। इसके अलावा उसकी पत्नी और तीन मासूम बच्चे हैं। जिनमें 12 वर्षीय बेटी भूमि, 10 वर्षीय दीपांशू और आठ वर्षीय हिमांशू। मामूली विवाद की उसे इतनी बड़ी सजा मिली। मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। दोपहर बाद शव पोस्टमार्टम होने के बाद गांव में पहुंचा। चारों तरफ करुण क्रंदन हो रहा था।
इंस्पेक्टर जगदीश सिंह ने बताया कि तहरीर नहीं मिली है। जो नाम प्रकाश में आए हैं उनकी तलाश की जा रही है। तहरीर मिलने पर प्राथमिकी दर्ज होगी।
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