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    कासगंज में लंपी वायरस की दस्तक से पशु विभाग के उड़े होश, लखनऊ से मंगाई गईं 15 हजार वैक्सीन

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 05:05 PM (IST)

    कासगंज में लंपी वायरस के खतरे को देखते हुए पशु विभाग ने लखनऊ से 15 हजार वैक्सीन मंगवाई हैं। अलीगढ़ और बदायूं में संक्रमण के बाद शहर में भी एक गाय में लक्षण दिखे हैं। टीकाकरण की शुरुआत गोशालाओं से होगी। लंपी वायरस में बुखार शरीर पर गांठें जैसे लक्षण दिखते हैं और टीकाकरण ही बचाव का प्रभावी तरीका है। पशु चिकित्सक मामले की जांच कर रहे हैं।

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    लंपी वायरस की दस्तक से पशु विभाग के उड़े होश।

    जागरण संवाददाता, कासगंज। जिले में लंपी वायरस की दस्तक ने पशु विभाग के होश उड़ा दिए हैं। गाेवंशीय को बीमारी से बचाने के लिए विभाग ने लखनऊ से 15 हजार वैक्सीन मंगाई हैं। पहले चरण में गोशालाओं में टीकाकरण किया जाएगा।

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    अलीगढ़ और बदायूं में गाेवंशी में लंपी संक्रमण (वायरस) के मिलने के बाद शहर में भी एक गाय में इसके लक्षण मिले हैं। गाय के शरीर पर गांठें है और उसको बुखार भी आ रहा है। कासगंज शहर में डाक खाने के पास इस गाय को देखा गया है। पशु चिकित्सक का कहना है कि गांठ पुरानी भी हो सकती हैं। पशुपालक से बातचीत के बाद ही लंपी वायरस की स्पष्ट रूप से पुष्टि हो सकती है। वहीं पशु चिकित्सालय कासगंज के कर्मचारी गाय में लंपी वायरस की बात स्वीकार रहे हैं। आसपास के जिलों में गोवंशी में बीमारी के लक्षण मिलने पर सतर्कता शुरू कर दी है।

    जिले के गाेवंशी को लंपी वायरस से बचाने के लिए्र बुधवार को लखनऊ से 15 हजार वैक्सीन मंगाई गई हैं। जाे गुरुवार को कासगंज में आ जाएंगी। जिले में 70696 गोवंशीय हैं। लंपी वायरस से वैक्सीन लगाने की शुरूआत गोशालाओं से की जाएगी। जिले में विभिन्न गोशालाओं में करीब छह हजार गोवंशी हैं। इसके बाद टीकाकरण अन्य गोवंशी को लगाया जाएगा। इसकी शुरूआत शुक्रवार से कर दी जाएगी। लंपी वायरस विषाणु जनित चर्म रोग है, जो गोवंशी को प्रभावित करता है।

    इस बीमारी में गोवंशी में तेज बुखार, आंखों और नाक से पानी बहना, शरीर पर गांठें, भूख न लगना और वजन कम हो जाता है। ठीक हुए पशुओं के स्रावों में भी कुछ समय तक (एक महीने तक) संक्रामक वायरस बना रह सकता है। लंपी वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण ही सबसे प्रभावी तरीका है। वायरस की अवधि 120 दिनों से अधिक रह सकती है। ये रोग के लक्षणों और पशु की प्रतिरक्षा प्रणाली पर निर्भर करता है. एक बार संक्रमण हो जाने पर, मवेशियों में 2 से 7 दिनों के बीच बुखार और अन्य लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं।

    बदायूं और अलीगढ़ में गाेवंशी में लंपी वायरस के लक्षण मिले हैं। इसको देखते हुए लखनऊ से 15 हजार वैक्सीन मंगा ली हैं। वैक्सीन लगाने की शुरूआत गोशालाओं से की जाएगी। कासगंज में एक गाय में लंपी वायरस की शिकायत मिली थी। प्रथम दृष्टया वह पुरानी लग रही है। गाय की जांच कराई जा रही है।- विजयवीर चंद्रयाल, मुख्य पशु चिकित्सक