Updated: Sun, 14 Sep 2025 08:03 PM (IST)
यूपी के कासगंज में संभागीय परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस को आधार कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया कर रहा है। विभाग लाइसेंस धारकों को मैसेज भेज रहा है। 2013 से पहले बने लाइसेंस में आधार लिंक नहीं थे अब चिप वाले लाइसेंस में यह अनिवार्य है। मोबाइल नंबर अपडेट कराने की भी सलाह दी गई है ताकि चालान संबंधी जानकारी मिल सके।
संस, जागरण कासगंज । ड्राइविंग लाइसेंस के साथ आधार कार्ड नंबर को जोड़ना संभागीय परिवहन विभाग के द्वारा आवश्यक कर दिया गया है। जिसके बाद से विभाग ने आधार कार्ड नंबरों को ड्राइविंग लाइसेंस जोड़ना शुरू कर दिया है। विभाग के द्वारा लाइसेंस धारकों को मैसेज भेजे जा रहे हैं।
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वर्ष 2013 से पूर्व मैनुअल ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाते थे। जिसमें लाइसेंस धारकों के आधार कार्ड नंबर नहीं जुड़ सके। अब चिप युक्त ड्राइविंग लाइसेंस बन रहे हैं। आधार कार्ड नंबर के जोड़े जाने की अनिवार्यता के चलते आधार नंबर को जोड़ने की प्रक्रिया शुरु हो गई है।
ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्टर्ड वाहन मालकों के मोबाइल नंबरों पर मैसेज भेजा जा रहा है कि उनके द्वारा आधार कार्ड नंबर को ड्राइविंग लाइसेंस लिंक करा लें। अभी जिले में लगभग एक लाख 86 हजार नौ सौ ड्राइविंग लाइसेंस धारक हैं। जिनमें लगभग 30 प्रतिशत ड्राइविंग लाइसेंस धारकों के आधार लिंक नहीं है। जिन्हें शीघ्र लिंक कराने के लिए कहा गया है।
मोबाइल नंबर भी करा लें अपडेट
ड्राइविंग लाइसेंस या रजिस्टर्ड वाहन में मोबाइल नंबर लिंक नहीं है या लिंक मोबाइल नंबर बदल गया है तो उसे भी अपडेट कराया जाना है। जिससे कोई भी मैसेज भेजा जाए तो वह प्राप्त हो सके।
चालान आदि के मैसेज न मिलने पर यदि चालान भरने में देरी होती है तो पैनल्टी देनी पड़ सकती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए मोबाइल नंबर अपडेट करा लिए जाएं।
आधार कार्ड नंबरों को ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्टर्ड वाहनों की आरसी से लिंक किए जा रहे हैं। यह संभागीय परिवहन विभाग के द्वारा अनिवार्य किया गया है। जिनके ड्राइविंग लाइसें से आधार नंबर लिंक नहीं है वह अपने आधार नंबर लिंक करा लें और मोबाइल नंबर भी अपडेट करा लें। - राम प्रकाश मिश्र, एआरटीओ
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