बीएसए ने 24 शिक्षकों का वेतन काटा, त्रिस्तीय पंचायत चुनाव की मतदाता सूची पुनरीक्षण में लापरवाही पर कार्रवाई
कासगंज में पंचायत चुनाव की तैयारी चल रही है। 24 शिक्षकों ने मतदाता सूची पुनरीक्षण में लापरवाही की जिसके कारण एसडीएम ने बीएसए को रिपोर्ट भेजी और बीएसए ने उनका वेतन रोक दिया। शिक्षक संघ ने त्योहारों के समय वेतन काटने का विरोध किया है और बीएसए से इस पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।

संस, जागरण. कासगंज। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव काे लेकर इन दिनों तैयारियां शुरू हो गई हैं। बीएलओ घर-घर जाकर मतदाता सूची का पुनरीक्षिण कर रहे हैं। शिक्षकों की भी ड्यूटी लगी हुई हैं। तीनों तहसीलों में 24 शिक्षक ऐसे जिन्होंने उपस्थिति दर्ज नहीं कराई या फिर लापरवाही बरती। संबंधित एसडीएम ने बीएसए को रिपोर्ट भेजी। बीएसए ने सभी शिक्षकों का वेतन रोक दिया है।
मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य किया जा रहा है
जिला पंचायत, प्रधान, बीडीसी का कार्यकाल 2026 में पूरा होने जा रहा है। चुनाव आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। तैयारियाें के क्रम में सबसे पहले मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य किया जा रहा है। पुनरीक्षण कार्य में विभिन्न विभागों के कर्मचारी लगाए गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक भी लगे हैं। जिले में 24 ऐसे शिक्षक हैं जिन्होंने बीएलओ कार्य में लापरवाही बरती, उपस्थिति दर्ज नहीं कराई।
बीएसए ने सभी 24 शिक्षकों के वेतन काटने के निर्देश जारी कर दिया
सदर एसडीएम संजीव कुमार, पटियाली के प्रदीप विमल और सहावर के एसएम त्रिपाठी ने बीएसए को रिपोर्ट भेजी। जिसमें संबंधित शिक्षकों द्वारा निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। बीएसए ने सभी 24 शिक्षकों के वेतन काटने के निर्देश जारी कर दिया है। बीएसए ने कहा है कि संबंधित तहसील के एसडीएम की रिपोर्ट के आधार पर लापरवाह बीएलओ का वेतन काटा गया है।
शैक्षित संगठनों ने वेतन काटने का किया विरोध
उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव ने बीएलओ ड्यूटी में लगाए गए शिक्षकों का वेतन काटने का विरोध किया है। उन्होंने बीएसए काे जारी एक पत्र में कहा है कि इन दिनों दशहरा एवं दीपावली का पर्व जारी है। ऐसे में शिक्षकों का वेतन काटना अनुचित है। उनका कहना है कि शिक्षकों ने परिस्थितियोंवश बीएलओ का कार्य नहीं किया है। जबकि कार्य न करने वाले शिक्षकों के स्थान पर उनके दूसरे साथी कार्य कर रहे हैं। इसलिए संबंधित शिक्षकों का त्योहारों पर वेतन न काटे जाने का बीएसए से संगठन के पदाधिकारियों ने अनुरोध किया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।