कासगंज की राजनीति में खलबली: चेयरमैन के खिलाफ बगावत में उतरे 13 सभासद, डीएम मेधा रूपम को सौंपा इस्तीफा
Kasganj News कासगंज नगरपालिका में 13 सभासदों ने चेयरमैन और उनके पति के व्यवहार से नाराज़ होकर डीएम को इस्तीफा सौंप दिया। उनका आरोप है कि वार्ड में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी उन्हें नहीं दी जाती और चेयरमैन संतोषजनक जवाब नहीं देतीं। डीएम ने अभी तक इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है और सभासदों ने समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
जागरण संवाददाता, कासगंज। Kasganj News: नगरपालिका की चेयरमैन और उनके पति के व्यवहार और कार्य से असंतुष्ट होकर 13 सभासदों ने जिलाधिकारी को इस्तीफा सौंप दिया। सभासदों का कहना है कि उनके वार्ड में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी तक नहीं दी जाती। चेयरमैन से पूछा तो वह संतोषजनक जवाब भी नहीं देतीं। डीएम ने अभी इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।
नगरपालिका में कुल 25 सभासद हैं। इनमें से 13 सभासद गुरुवार शाम डीएम मेधा रूपम से मिलने पहुंचे। इनमें वार्ड संख्या तीन की सत्यवती, वार्ड 18 के दिलीप कुमार, वार्ड 15 की प्रेमलता, वार्ड चार के गौरव यादव, वार्ड 14 के रामखिलाड़ी, वार्ड 19 के अभिषेक यादव, वार्ड 21 के मनोज कुमार, वार्ड 25 की किशवर जहां, वार्ड दो के वाहिद, वार्ड 11 की पिंकी, वार्ड 17 के दीपक उर्फ दीपू, वार्ड एक के शील प्रिय, वार्ड 12 के अंजू यादव और वार्ड 18 के जितेंद्र सिंह थे। इनका आरोप था कि उनको बताए बिना उनके वार्ड में अनाधिकृत रूप से विकास कार्य किया जा रहा है।
वार्ड तीन में पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा है। इसकी जानकारी वार्ड के सभासद को नहीं दी गई। सभासद सत्यवती के पुत्र दीपक ने बताया कि सात मई की दोपहर कार्य करा रहे ठेकेदार सुनील गुप्ता उर्फ मंत्री से उन्होंने पूछा तो ठेकेदार ने अभद्रता शुरू कर दी। जाति सूचक शब्द कहे। इस संबंध में उन्होंने थाने में भी तहरीर दी है। जब निर्माण कार्य के संबंध में नगरपालिका की अधिशासी अधिकारी पूजा श्रीवास्तव से पूछा तो उन्होंने निर्माण कार्य की जानकारी से अनभिज्ञता जताई।
सभासदों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं
जेई निर्माण भी इससे अनभिज्ञ थे। उन्होंने कहा कि पुलिया के निर्माण का ठेका भी नहीं उठा है। न ही सुनील गुप्ता उर्फ मंत्री नगरपालिका का ठेकेदार भी नहीं है। इस संबंध में जब नगपालिका चेयरमैन मीना माहेश्वरी से मुलाकात की तो उनको सभासदों के प्रति व्यवहार सही नहीं था। वह अनाधिकृत रूप से कार्य कर रहे ठेकेदार का ही पक्ष ले रहे थे।
अन्य वार्डों में भी हो रहे कार्य
दीपक ने बताया कि ये उनके मां के वार्ड में ही नहीं हो रहा बल्कि अन्य वार्डों में भी ऐसा ही चल रहा है। इससे खफा 13 सभासदों ने डीएम को इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने दस दिन का समय मांगा है। सभासदों ने कहा कि दस दिन में समाधान नहीं होता तो फिर आंदोलन करेंगे।
ये भी पढ़ेंः
ये भी पढ़ेंः
वार्ड संख्या तीन में पुलिया का निर्माण नगरपालिका करा रही है। सुनील का वहां देखरेख के लिए रखा गया है। कहीं कोई अनाधिकृत कार्य नहीं कराया जा रहा। ये कार्य भी वार्ड की सभासद के कहने पर ही किया जा रहा है। जहां तक व्यवहार खराब का आरोप है तो हमने किसी से अभद्रता नहीं की। विकास कार्यों की जानकारी भी वार्ड के सभासद को दी जाती है। मीना माहेश्वरी, चेयरमैन नगरपालिका
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।