Kasganj News: तटबंधों पर निगरानी, सिंचाई विभाग ने बढ़ाई सतर्कता; अगस्त माह में बढ़ सकती हैं गंगा, बन सकते हैं बाढ़ के हालात
गंगा नदी में जलस्तर लगातार घट रहा है जिससे बाढ़ का खतरा कम हो गया है। सिंचाई विभाग तटबंधों की निगरानी कर रहा है खासकर दतलाना उढ़ैर न्यौली और असदगढ़ बांध पर। विभाग का अनुमान है कि अगस्त में भारी वर्षा के कारण बाढ़ आ सकती है। पटियाली क्षेत्र में मडबैग से बने तटबंध सुरक्षित हैं गंगा अब अपनी धारा में लौट रही है।

जागरण संवाददाता, कासगंज। गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही कमी के चलते स्थिति सामान्य बनी हुई है। बाढ़ का खतरा नहीं है, लेकिन सिंचाई विभाग के कर्मचारी बाढ़ रोधी कार्यों और क्षेत्र में बनाए गए पांच तटबंधों दतलाना बंध, उढ़ैर पुख्ता बंध, न्यौली बंध, समसपुर, नरदौली बंध, असदगढ़ किला, नरदौली बंध पर सतर्कता बनाए हुए हैं। निगरानी और रखरखाव भी कर रहे हैं।सिंचाई विभाग का अनुमान है कि अगस्त माह में बाढ़ के हालात बन सकते हैं।
गंगा का जलस्तर लगातार घटता जा रहा है। गुरुवार को 10 सेंटीमीटर की ओर गिरावट आई है। कछला पर गेज 161.84 मीटर रह गया है। सिंचाई विभाग गंगा की बाढ़ को लेकर निश्चिंत है। क्षेत्रीय लोगों को भी बाढ़ का कोई खतरा महसूस नहीं हो रहा है।
जिले में मौजूद पांच तटबंधों की निगरानी की जा रही है। सिंचाई विभाग दतलाना बांध, उढैर पुख्ता बांध, न्योली बांध, समसपुर, नरदौली और असदगढ़ बांध को लेकर सक्रिय हैं। देखरेख की जा रही है। बांध मिट्टी के बने हैं। इसलिए वर्षा भी इनको प्रभावित कर सकती है। वर्षा जिले में लगातार हो रही है। इसे लेकर सिंचाई विभाग सतर्कता बरत रहा है।
हालांकि, पटियाली क्षेत्र के दर्जनभर गांव में मडबैग लगातार तटबंध बनाए गए हैं। क्योकि गंगा अब अपनी धारा में लौट रही हैं। इससे मडबैग से बनाए गए तटबंधों को कोई खतरा नहीं है। स्टड भी सुरक्षित हैं। क्षेत्रीय ग्रामीणों का कहना है कि गंगा की हालत फिलहाल तो नियंत्रण में है। लेकिन अगले माह अगस्त में वर्षा के साथ जलस्तर बढ़ सकता है। बाढ़ भी आ सकती है।
पटियाली क्षेत्र में गंगा अपनी मुख्य धारा में लौट रही हैं। जलस्तर कम होने से बाढ़ खतरा टल गया है। क्षेत्रीय लोगों कोराहत मिल रही है। निश्चिंत होकर दैनिक कार्य कर रहे हैं।
-विकास बाबू, हडौरा
इन दिनों गंगा पूरी तरह शांत है। पहाड़ों पर वर्षा हो रही है। बैराजों से पानी छोड़ा जा रहा है। बाढ़ के हालात पहाड़ों पर होने वाली वर्षा पर निर्भर करते हैं। अगले माह तक तेज वर्षा होगी।
-राजेंद्र कुमार, निबिया
आंकड़ों की नजर में गंगा में छोड़ा गया पानी
- हरिद्वार 57,194 क्यूसेक
- बिजनौर 30,705 क्यूसेक
- नरौरा 30,740 क्यूसेक
- कछला पर गेज 161.84 मीटर
- जिले में हुई वर्षा 2 मिलीमीटर
गंगा का जलस्तर सामान्य है। बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। गुरुवार को कछला पर 161.84 मीटर गेज मापा गया है। जिले के कच्चे बांधाें की निगरानी की जा रही है।
-शेरसिंह, अधिशाषी अभियंता सिंचाई
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