Kasganj News: केए कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर की लाश कुएं से मिली, पत्नी ने लगाए उत्पीड़न के आरोप
पत्नी लगा रहीं पूर्व प्राचार्य और कालेज के दो कर्मचारियों पर उत्पीड़न का आरोप। हत्या की आशंका के पीछे उनका तर्क है कि पति घर से पेंट-शर्ट पहनकर गए थे और कुएं में से जो उनका शव निकला है उस पर सिर्फ अंडरवीयर और बनियान ही है। आसपास भी उनके कपड़े नहीं है। उन्हें लगता है कि हत्या कहीं अन्यत्र कर उनके शव को कुएं में फेंका गया है।

कासगंज, जागरण संवाददाता। कासगंज में अतरौली मार्ग पर पूर्व सांसद देवेंद्र सिंह यादव के बाग के कुएं में मिला शव केए कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर केशव पांडेय का निकला। वह मूलरूप से वाराणसी के रहने वाले थे और पिछले बीस साल से यहां तैनात थे। उनकी पत्नी कालेज के पूर्व प्राचार्य और दो कर्मचारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगा रही हैं। वह इन्हें हत्या में तो शामिल नहीं बता रहीं, मगर उनका कहना है कि उनके पति की हत्या की गई है और शव को कुएं में डाला गया है। पुलिस का कहना है कि अभी तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
शव की पहचान असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में की
अतरौली मार्ग पर शहर से निकलते ही पूर्व सांसद देवेंद्र सिंह यादव के बाग में स्थित कुएं में मंगलवार की रात शव देखकर भीड़ जुट गई थी। सूचना पर पहुंचे सीओ सिटी अजीत चौहान और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक हरिभान सिंह राठौर ने शव को निकलवाने का प्रयास किया, मगर सफलता नहीं मिली। बाद में अग्निशमन विभाग की दमकल और कर्मचारियों को बुलाकर शव को कुएं से निकलवाया गया। मृतक के शरीर पर सिर्फ अंडरवीयर और बनियान थी। कुएं के पास एक तैलिया भी पड़ी मिली।
वाराणसी के रहने वाले थे केशव प्रसाद
पुलिस ने बुधवार को सुबह शव की शिनाख्त के प्रयास किए। चित्रगुप्त कालोनी से पहुंचीं ममता पांडेय ने शव की शिनाख्त अपने पति केशव पांडेय के रूप में कर दी। उन्होंने पुलिस को बताया कि केशव पांडेय मूलरूप से वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र के गांव कैंथी के रहने वाले थे। वह यहां एके कालेज में हिंदी के प्रवक्ता थे और चित्रगुप्त कालोनी में किराये के मकान में रहे थे।
कासगंज में थीं पति के साथ
ममता ने बताया कि वह खुद भी शिक्षक हैं और उनकी तैनाती वाराणसी में है। वह अवकाश के दिनों में पति के पास आ जाती थीं। फिलहाल भी वह यहीं थीं। पति 19 अगस्त (शनिवार) को रात 11:30 बजे घर से लाल रंग की शर्ट और पैंट पहनकर निकले थे। उनसे कहकर गए थे कि जल्द वापस आ रहा हूं और सुबह मथुर दर्शन करने के लिए चलेंगे। वह शनिवार की रात से ही उनकी तलाश कर रही थीं। कुएं से शव निकलने की जानकारी होने पर उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।
कालेज में किया जा रहा उत्पीड़न
ममता पांडेय का आरोप है कि उनके पति का पांच साल से कालेज में उत्पीड़न किया जा रहा था। उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं की जाती थी और वेतन कटवा दिया जाता था। वह बहुत परेशान रहते थे। उन्होंने कालेज के पूर्व प्राचार्य और दो कर्मचारियों पर आरोप लगाए हैं। इधर, उनका कहना है कि उनके पति की हत्या की गई है। मगर, जिन पर उत्पीड़न का आरोप लगा रही हैं, उन्हें हत्या में शामिल नहीं बता रहीं।
नशे के आदी थे केशव, नशेड़ी रहते थे साथ
असिस्टेंट प्रोफेसर केशव पांडेय नशे के आदी थे। जानकार बताते हैं कि वह सूखा नशा (स्मैक, चरस, गांजा) करते थे। चूंकि केशव का वेतन ठीकठाक था और उन पर हर समय रुपये रहते थे, इसलिए नशेड़ियों की टोली उन्हें घेरे रहती थी। संभावना यह भी व्यक्त की जा रही है कि कहीं वह नशेड़ियों के शिकार तो नहीं हो गए।
पत्नी वाराणसी में शिक्षक, बेटा एमबीए
असिस्टेंड प्रोफेसर केशव पांडेय की पत्नी बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक हैं। उनकी तैनाती वाराणसी में है। उन पर दो संतान हैं। एक बेटा और एक बेटी है। बेटा एमबीए कर चुका है और नौकरी की तलाश में है। बेटी का पांच माह पूर्व ही उन्होंने विवाह कर दिया था। कुएं से निकाले गए शव की शिनाख्त केए कालेज के असिस्टेंड प्रोफेसर केशव पांडेय के रूप में हो गई है। उनकी पत्नी ने शिनाख्त की है, मगर अभी कोई तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। -अजीत चौहान, सीओ सिटी
केशव पांडेय कालेज में हिंदी के प्रवक्ता थे। उनका साथियों के प्रति और साथियों का उनके प्रति व्यवहार ठीक था। वह विगत शनिवार को कालेज आए थे। इससे पहले वह कई दिन से बगैर किसी सूचना के अनुपस्थित चल रहे थे। ऐसा उनके साथ अकसर होता था। प्रो. एके रुस्तगी, प्राचार्य, केए कालेज
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