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    बीमा की रकम हड़पने को कराई बेटे की हत्‍या, दिखाया एक्‍सीडेंट; मां ही निकली मास्‍टर माइंंड

    Updated: Thu, 30 Oct 2025 01:10 PM (IST)

    कानपुर देहात में बीमा की रकम के लिए एक मां ने अपने प्रेमी और उसके भाई के साथ मिलकर बेटे की हत्या की साजिश रची। युवक को खाना खिलाने के बहाने ले जाकर हथौड़े से मारा गया और हाईवे पर फेंक दिया गया। पुलिस ने मुठभेड़ में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक को अपनी मां के प्रेम संबंध की जानकारी हो गई थी, जिसके चलते वह अलग रहने लगा था।

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    दिवंगत की मां भी योजना में थी शामिल. Concept Photo

    जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। बीमा की रकम हड़पने के इरादे से युवक की हत्या की साजिश उसकी मां ने अपने प्रेमी व उसके भाई के साथ मिलकर रची थी। दोनों आरोपित भाई युवक को खाना खिलाने के बहाने लेकर गए और हथौड़े से सिर पर वार करके हाईवे पर फेंक दिया। जहां किसी वाहन ने उसे कुचल दिया। हत्या को सड़क दुर्घटना का रूप दिया गया। बरौर थाने की पुलिस ने मुठभेड़ में एक बदमाश को पैर में गोली मारकर उसे पकड़ लिया, जबकि दूसरे को रायरामापुर गांव के पास से पकड़ लिया।

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    उनकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हथौड़े को बरामद कर जेल भेज दिया है। युवक को अपनी मां के प्रेम संबंध की जानकारी हो गई थी। इसके चलते ही वह अलग घर में बाबा-दादी व चाचा के साथ रहने लगा था लेकिन उसकी हत्या करवा दी जाएगी यह उसने कभी सोचा नहीं था। वहीं बरौर पुलिस बीमा कितने का था यह बता न सकी।

    सीओ राजीव सिरोही ने बताया कि पुलिस दुर्वासा आश्रम के पास तड़के चार बजे गश्त कर रही थी। उसी समय कार सवार संदिग्ध दिखा। घेराबंदी पर उतर कर भागने लगा और फायर कर दिया, जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी और वह गिर गया। उसकी पहचान बरौर थाना के अंगदपुर के ऋषि कटियार के रूप में हुई, उसे पुखरायां सीएचसी भेजा गया। उसके पास से तमंचा व कारतूस बरामद हुआ।

    वहीं उससे मिले सुराग के बाद रायरामापुर गांव के पास छापा मारकर उसके भाई मयंक उर्फ ईशू कटियार को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में बताया कि उनके गांव का प्रदीप उर्फ सुक्खा आंध्र प्रदेश में बताशे का ठेला लगाता था। उसके पिता की मौत के बाद उसकी मां ममता के प्रेम संबंध पास में ही रहने वाले मयंक कटियार से हो गए थे। प्रदीप को इसका पता चल गया था। इसके चलते वह दादा जगदीश नारायण संग अलग मकान में रहने लगा था।

    प्रदीप की मां से मिलकर योजना बनाई और प्रदीप की कई बीमा पालिसी कराई। इसमें प्रदीप की मृत्यु होने पर उसकी मां को ही रकम मिलती। इसके बाद योजना बनाई कि रास्ते से प्रदीप को हटा दिया जाएगा। दीपावली पर उसके घर आने की जानकारी सभी को थी। 26 अक्टूबर को देर शाम सात बजे प्रदीप को खाना खिलाने के बहाने अपनी वैगन आर कार से मयंक व ऋषि लेकर गए और थोड़ा आगे पहुंचते ही कार में ही हथौड़े से सिर पर कई वार कर दिए, इससे वह बेदम हो गया।

    इसके बाद मुंगीसापुर के पास कानपुर इटावा हाईवे की सड़क पर उसे फेंक दिया। जिसे किसी वाहन ने कुचल दिया, इससे दुर्घटना का पूरा रूप लगा। बीमा की रकम हड़पने के उद्देश्य से पूरी घटना हुई। हथौड़े को आगे चर्च की तरफ झाड़ियों से बरामद किया गया। बरौर एसओ अमिता वर्मा ने बताया कि बीमा कितने का था, यह पता नहीं चल सका है, मां की तलाश चल रही।

    ऋषि का मिला आपराधिक इतिहास

    ऋषि का आपराधिक इतिहास मिला है। झांसी प्रेम नगर में उसके खिलाफ चोरी, गैंग्स्टर की कार्रवाई हो चुकी है। इसी तरह से बरौर में शस्त्र अधिनियम व अन्य मामले दर्ज हैं। उसके पास से तमंचा व दो कारतूस बरामद हुआ।

    यह हुई थी घटना

    प्रदीप 26 अक्टूबर को घर से निकला था। वह रात भर न आया तो स्वजन तलाश रहे थे। मुंगीसापुर में हाईवे किनारे शव मिला था, किसी वाहन से कुचलने की संभावना पुलिस ने जताई थी। बाबा जगदीश ने दोनों भाइयों पर हत्या का आरोप लगाया था और पुलिस ने एक दिन पहले ही मुकदमा दर्ज किया।