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सरकारी अस्पतालों में अब शाम चार बजे तक चलेगी ओपीडी

शीतकालीन सत्र में सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी का बदलेगा ढर्रा लापरवाहों का रुकेगा वेतन चिकित्साधिकारियों को कठोर कार्रवाई की चेतावनी

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Oct 2019 12:53 AM (IST)Updated: Fri, 11 Oct 2019 06:07 AM (IST)
सरकारी अस्पतालों में अब शाम चार बजे तक चलेगी ओपीडी
सरकारी अस्पतालों में अब शाम चार बजे तक चलेगी ओपीडी

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: शीतकालीन सत्र के दौरान सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी कार्य सुबह 10 से दोपहर दो बजे के बजाय अब शाम चार बजे तक होगी। निरीक्षण में डॉक्टर, पैरामेडिकल या अन्य कर्मी के अनुपस्थित मिलने पर वेतन रोकते हुए कठोर कार्रवाई का डीओ लेटर शासन को भेजा जाएगा। यह चेतावनी सीएमओ ने सभी चिकित्साधिकारियों को जारी की है।

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शीतकालीन सत्र अवधि एक अक्टूबर से 31 मार्च तक सरकारी चिकित्सालयों में ओपीडी का समय सुबह 10 से शाम चार बजे तक शासन से निर्धारित है। अन्य दिनों में सरकारी स्वास्थ्य केंद्र सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक ही ओपीडी की जाती है। जबकि चौबीस घंटे इमरजेंसी सुविधा प्रदान की जाती है। इसके बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पूरे वर्ष दोपहर तक ही खोलकर ओपीडी करने का ढर्रा बना हुआ है। बीते एक अक्टूबर को शीतकालीन सत्र अवधि शुरू होने के बाद जनपद के अधिकांश केंद्र अभी भी पुराने समय पर ही खोले जा रहे हैं। इसके चलते दोपहर बाद आने वाले मरीजों को अस्पताल पर ताला लटकता मिलता है और उन्हें उपचार के लिए भटकना पड़ता है। सबसे ज्यादा दिक्कत गंभीर घायल, मरीज व प्रसूताओं को उठानी पड़ती है। डॉक्टर व कर्मी न मिलने से उनकी जान पर बन आती है। चिकित्साधिकारियों द्वारा मनमानी की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ ने चालू शीतकालीन सत्र के दौरान ओपीडी सुबह 10 से शाम 4 बजे करने के निर्देश दिए हैं। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों को सहूलियत मिल सके।

इंसेट-

शीतकालीन सत्र एक अक्टूबर से 31 मार्च तक सभी सीएचसी, पीएचसी व न्यू पीएचसी में ओपीडी सुबह 10 से शाम 4 बजे तक करने का समय शासन से निर्धारित है। निरीक्षण में डॉक्टर व कर्मियों के अनुपस्थित मिलने पर उनका वेतन रोकते हुए कठोर कार्रवाई का डीओ लेटर शासन में भेजा जाएगा।

-डॉ. हीरा सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी


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