कानपुर देहात में शुरू हुई ये बड़ी सुविधा, अब मरीजों को इस काम के लिए नहीं जाना पड़ेगा कानपुर
मेडिकल कॉलेज में ब्लड सेपरेशन यूनिट शुरू होने से मरीजों को अब काफी सुविधा होगी। प्लेटलेट्स, प्लाज्मा और आरबीसी की उपलब्धता से मरीजों को कानपुर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मच्छरों के काटने से फैलने वाले मलेरिया और डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण यह यूनिट शुरू की गई है।

मेडिकल कॉलेज में ब्लड सेपरेशन यूनिट शुरू। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। लंबे इंतजार के बाद मेडिकल कालेज में ब्लड सेपरेशन यूनिट का संचालन शुरू होने से अब मरीजों को सहूलियत होगी। प्लेटलेट्स, प्लाज्मा और आरबीसी तैयार होने से कानपुर के चक्कर लगाने से राहत मिलेगी। मच्छरों के काटने के कारण वर्तमान में मलेरिया और डेंगू संक्रमित मरीज आने से शुरू हो गए हैं। काफी मरीजों में प्लेटलेट्स कम मिलने की रिपोर्ट भी आ रही है जिसके चलते उन्हें प्लेटलेट्स की आवश्यकता भी पड़ सकती है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान मौसम मलेरिया और डेंगू का लार्वा तैयार होने के कारण मच्छरों के काटने से मलेरिया और डेंगू का खतरा अधिक रहता है। मेडिकल कालेज के अलावा सीएचसी व पीएचसी सहित आयुष्मान मंदिरों में बड़ी संख्या में बुखार के मरीज आ रहे हैं।
राहत की सांस ले रहा विभाग
सर्दी देकर आने वाले मरीजों की किट से मलेरिया और डेंगू की जांच कराई जा रही है। संक्रमित पाए जाने वाले मरीजों की सटीक जांच के लिए मेडिकल कालेज में संचालित बीएसएल-टू लैब में एलाइजा जांच कराई जा रही है। कुछ सैंपलों में डेंगू की पुष्टि तो हो रही लेकिन अभी तक साधारण संक्रमण ही पाया गया है जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग राहत की सांस ले रहा है। अधिक समस्या पर मरीजों को ब्लड के अलावा प्लेटलेट्स भी चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है।
पिछले वर्ष फैली बीमारी के आंकड़ों के अनुसार जिले में प्लेटलेट्स की व्यवस्था नहीं होने के कारण मरीजों को कानपुर उपचार कराने कानपुर जाना पड़ा था। मरीजों को सुविधा जिले के अंदर ही उपलब्ध कराने के लिए अधिकारी लाइसेंस लेने के प्रयास में लगे थे साथ ही सफलता भी हासिल की।
ब्लड सेंटर का लाइसेंस मिलने के बाद ब्लड सेपरेशन यूनिट का संचालन कर प्लेटलेट्स, प्लाज्मा व आरबीसी तैयार होना शुरू हो गया है। सीएमएस डा. वंदना सिंह ने बताया कि ब्लड सेपरेशन यूनिट का शुभारंभ कर दिया गया है। साथ ही एक मरीज को पीबीआरसी दिया भी गया है। अब मरीजों के लिए हर समय प्लेटलेट्स, प्लाज्मा व आरबीसी उपलब्ध है।
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