यूपी के मेडिकल कॉलेज में बड़ी लापरवाही, डस्टबिन में गिरने से नवजात की मौत; डॉक्टर निलंबित व नर्स बर्खास्त
कानपुर देहात के मेडिकल कॉलेज में बड़ी लापरवाही सामने आई है। प्रसव के दौरान स्टाफ की अनुपस्थिति में नवजात डस्टबिन में गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई। डिप ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। मेडिकल कालेज के महिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां गर्भवती को गुरुवार तड़के दर्द शुरू हो गया। स्वजन स्टाफ को बुलाने गए तो कोई नहीं मिला। इसी दौरान महिला का प्रसव हो गया और नवजात बेड के पास रखे डस्टबिन में गिर गया। उसकी मौत हो गई।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले की तत्काल तीन सदस्यीय कमेटी से जांच कराई तो स्टाफ नर्स और डाक्टर की ड्यूटी के दौरान लेबर रूम में न होने की पुष्टि हुई। कमेटी की सिफारिश पर संविदा स्टाफ नर्स प्रियंका सचान की सेवाएं खत्म कर दी गई है और सीनियर रेजिडेंट डाक्टर रश्मि पाल को निलंबित कर दिया गया है।
सुनील नायक ने बताया कि पत्नी सरिता को बुधवार रात 12 बजे प्रसव के लिए महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। उनकी मां ओमवती भी साथ में थीं। तड़के करीब तीन बजे प्रसव पीड़ा होने पर मां स्टाफ को बुलाने पहुंचीं तो वहां कोई नहीं था। वह स्टाफ को आसपास खोजने लगीं।
किसी के न मिलने पर वापस सरिता के पास आईं तो देखा कि बेड पर ही प्रसव हो चुका था। नवजात बगल में रखे डस्टबिन में पड़ा था।
उन्होंने नवजात को बाहर निकाला और शोर मचाया तो स्टाफ आ गया और उसे एनआइसीयू में भर्ती करा दिया। गुरुवार सुबह करीब 10 बजे नवजात की मौत हो गई। मेडिकल कालेज प्रशासन की जांच में भी डाक्टर रश्मि पाल व स्टाफ नर्स प्रियंका सचान की लापरवाही सामने आई।
प्राचार्य डा. सज्जनलाल वर्मा ने महानिदेशक स्वास्थ्य को पत्र लिखकर डा. रश्मि पाल की सेवाएं समाप्त करने की संस्तुति की है। स्टाफ पर नियंत्रण न रख पाने और लापरवाही पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से स्पष्टीकरण तलब किया है। डीएम आलोक सिंह ने भी जांच के लिए कमेटी बनाने का आदेश दिया था।

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